मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में स्कूली छात्रों को 1056 करोड़ रुपये की सौगात दी। इस योजना के तहत, हर छात्र के अभिभावक के खाते में 1200 रुपये भेजे गए हैं, जिसका उपयोग ड्रेस, जूता-मोजा, स्टेशनरी और बैग खरीदने के लिए किया जाएगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 165 उच्चीकृत कस्तूरबा गांधी बालिका इंटर कॉलेजों का लोकार्पण भी किया।
कार्यक्रम की मुख्य बातें
बेसिक शिक्षा विभाग का टोल फ्री नंबर:
मुख्यमंत्री ने स्कूल से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-889-3277 का शुभारंभ किया। इस नंबर का उपयोग स्कूल, पठन-पाठन और फीडबैक के लिए किया जा सकता है।
एनसीईआरटी पुस्तकें और सम्मान:
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने एनसीईआरटी की कक्षा-1 और 2 की पुस्तकें वितरित कीं और निपुण विद्यालयों के प्रधानाचार्यों का सम्मान किया। विभिन्न बोर्डों के मेधावियों को भी सम्मानित किया गया। इन्हें एक लाख रुपये की धनराशि, पदक, टैबलेट और प्रशस्ति पत्र दिए गए।
बेसिक शिक्षा मंत्री की घोषणा:
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि पहले चरण में 88,000 छात्रों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से 1200 रुपये हस्तांतरित किए जा रहे हैं। शेष छात्रों के अभिभावकों को जुलाई माह में यह राशि भेजी जाएगी। वर्तमान में 680 कस्तूरबा विद्यालयों को उच्चीकृत किए जाने की संस्तुति मिल चुकी है और कक्षा-1 और 2 के छात्रों को एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा मंत्री का वक्तव्य
माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि लाखों छात्रों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है और वह सभी मेधावियों को शुभकामनाएं देती हैं। उन्होंने बताया कि सीएम योगी के नेतृत्व में माध्यमिक शिक्षा विभाग निरंतर प्रगति कर रहा है। यूपी बोर्ड की नकलविहीन परीक्षा कराने और 280 नए राजकीय इंटर कॉलेजों के संचालन में यह प्रगति साफ दिखाई देती है। हजारों की संख्या में सहायक अध्यापक, प्रवक्ता और प्रधानाचार्यों की नियुक्ति की गई है।
यूपी में तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा पर बल
मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि आज यूपी में तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा पर विशेष बल दिया जा रहा है। यह कदम छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने और राज्य की शिक्षा प्रणाली को उन्नत बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।