Bihar Bullet train: बिहार में बुलेट ट्रेन के लिए करना होगा 2028 तक इंतजार सरकार ने क्यों लिया यह फैसला

बिहार के रास्ते हावड़ा तक बुलेट ट्रेन चलाने का सरकार का फैसला है लेकिन इसमें अभी समय लगेगा बुलेट ट्रेन देश की सबसे हाई स्पीड ट्रेन होगी जिसको लेकर दिल्ली हावड़ा के बीच रूट भी तय हो चुके हैं लेकिन बिहार के लोगों को 2028 तक करना होगा इंतजार।

दुनिया में सबसे फास्ट ट्रेन की श्रेणी में है बुलेट ट्रेन जो भारत में चलाने की प्रक्रिया तेज हो गई है भारत में पहली बुलेट ट्रेन मुंबई और गुजरात के बीच में चलाए जाएंगे जिसको लेकर काम चल रहा है वही दिल्ली से हावड़ा के बीच में बुलेट ट्रेन चलाने के लिए सर्वे किया गया है जिसने रूट पर बिहार के भी कुछ हिसा आ रहे हैं जहां पर बुलेट ट्रेन के लिए रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे जिसका काम सर्वे का किया जा रहा है वही मीडिया रिपोर्ट की माने तो नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने बिहार में जो रूट तय किया है इसके मुताबिक बक्सर जनपद में एक रेलवे स्टेशन बनेगा उदवंतनगर, पटना, गया, इन जनपद में बुलेट ट्रेन का स्टेशन बनेगा जिसको लेकर केवल एरियल सर्वे ही हुआ है।

अभी भी एजेंसी सर्वे करने में लगी हुई है भोजपुर विद्यमान ढांचा का सर्वे का काम अभी चल रहा है सर्दी के काम पूरा होने के बाद जितने भी ग्राम पंचायत की भूमि बुलेट ट्रेन के रूट में आएगी उन ग्रामीणों से बात कर भूमि अधिगरण किया जाएगा अभी केवल सर्वे हुआ है और ग्रामीणों से बात नहीं हुई है कंपनी ग्रामीणों से मिलकर बुलेट ट्रेन परियोजना के बारे में जानकारी दे रही है, सर्वे कर रही कंपनी आइडियल इंप्रेशन मार्केट रिसर्च उदवंतनगर में ग्रामीणों से बातचीत करने की तैयारी में है।

बुलेट ट्रेन चलाने के लिए अभी स्ट्रक्चर और सोशियो सर्वे की जा रही है हाई स्पीड रेल कॉरिडोर में अधिग्रहण की जाने वाली भूमि के प्लांट के वेरिफिकेशन का कार्य अभी बाकी है जिसकी तैयारी चल रही है भूमि अधिग्रहण में भू स्वामी की राजा मंदी भी लिया जाएगा रैतो से भूमि की कागजात तैयार करने को कहा जा रहा है।

बुलेट ट्रेन के लिए चिन्हित रूट पर प्लांट घर बोरिंग अथवा किसी तरह का कांट्रेक्शन पेड़ आदि का मुआवजा अलग से देने का नियम है जिसको लेकर सर्वे किया जा रहा है।

आईआईएमआर कंपनी के सुपरवाइजर रमेश कुमार यादव ने बताया है कि स्ट्रक्चरल सर्वे के बाद मिट्टी जांच की प्रक्रिया शुरू होगी अनुमान लगाया जा रहा है की भूमि अधिग्रहण का कार्य वर्ष 2025 तक शुरू होने की संभावना है, अगर 2025 तक भूमि अधिग्रहण होती है तो भूमि अधिग्रहण कार्य पूरा करने में 1 से 2 साल का समय लग जाएगा, इसके बाद शुरू होगा बुलेट ट्रेन की रूट का निर्माण कार्य जिसमें लंबा समय लगेगा।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बात की जाए तो अभी इस रूट को तैयार होने में लंबा समय लगेगा अनुमान यह लगाया जा रहा है कि 2028 तक रूट बनकर तैयार हो जाएगा 2030 तक काम पूरा होने का अनुमान है अब आने वाले समय में देखने को मिलेगा कि सरकार के द्वारा कितना फास्ट कार्य किया जा रहा है

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