Deoria News: फर्जी सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़: देवरिया पुलिस की साइबर टीम ने मास्टरमाइंड सहित कई आरोपी दबोचे

देवरिया पुलिस ने एक बड़े साइबर अपराध गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सिमकार्ड फ्रॉड में शामिल कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह पूरा नेटवर्क फर्जी दस्तावेज़ों और युवाओं की आईडी का दुरुपयोग कर भारत में अवैध तरीके से सिम कार्ड तैयार करता था, जिन्हें बाद में अंतरराष्ट्रीय कॉलिंग और ऑनलाइन ठगी में इस्तेमाल किया जाता था।

जानकारी के अनुसार, पुलिस अधीक्षक देवरिया के निर्देशन में बीएसएफएमएल, साइबर क्राइम थाना और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। टीम को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि जिले के कुछ युवाओं की आईडी का गलत इस्तेमाल कर बड़ी संख्या में सिम कार्ड तैयार किए जा रहे हैं।

कैसे चलता था पूरा नेटवर्क?

गिरोह का मास्टरमाइंड लोगों से उनकी आईडी यह कहकर लेता था कि वह उन्हें बेरोजगारी के बदले ई-सिम एक्टिवेशन का काम दिलाएगा। आईडी मिलने के बाद उनके नाम पर फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर कई-कई सिम कार्ड सक्रिय किए जाते थे। इन सिमकार्ड्स को बाद में VOIP (Voice Over Internet Protocol) कॉलिंग के लिए बेचा जाता था। इनका इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय कॉलिंग से लेकर ऑनलाइन फ्रॉड तक में किया जाता था।

पुलिस ने छापेमारी के दौरान कुल 169 ई-सिम बॉक्स, 90 ई-सिम, 43 ई-सिम यूपीआई, 219 मोबाइल नंबर, विभिन्न कंपनियों के कई प्रीपेड सिम कार्ड और कई संवेदनशील दस्तावेज़ बरामद किए हैं।

आरोपी युवक ऐसे हुए जाल में फँसे

जांच में सामने आया कि मास्टरमाइंड युवाओं को यह भरोसा दिलाता था कि ई-सिम एक्टिवेशन का काम करके वे आसानी से कमाई कर सकते हैं। कई युवाओं ने बिना जानकारी के अपनी आधार/आईडी दे दी, जिनके नाम पर बाद में फर्जी ढंग से सिम जारी की जाती थी।

टीम ने यह भी पाया कि गिरोह वर्षों से इस काम में सक्रिय था और इसके तार कई अन्य राज्यों तक फैले हुए हैं।

गिरफ्तारी करने वाली टीम

गिरोह का भंडाफोड़ करने में साइबर टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। प्रमुख सदस्यों में—

प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार

उ0नि0 विनायक सिंह

उ0नि0 दीपक सोनी

का0 विजय राय

उ0नि0 विनय सिंह

म0का0 धनन्जय श्रीवास्तव

आरक्षी बिंदेशक

उ0नि0 वरूण सिंह, कोतवाली

म0का0 अंजलि पाण्डेय

इसके अलावा बीएसएफएमएल देवरिया से एजीएम प्रणव कुमार सिंह, एसडीओ राजीव सिंह और जेई राजेश चंद्र ने भी संयुक्त रूप से कार्रवाई में सहयोग किया।

क्या कहा पुलिस ने?

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिले में साइबर अपराधियों पर लगातार कार्रवाई जारी है। फर्जी आईडी के सहारे सिम कार्ड बनाना IT Act और भारतीय दंड संहिता के तहत गंभीर अपराध है। इस नेटवर्क की जड़ें तक पकड़ने के लिए आगे भी जांच जारी रहेगी।

देवरिया पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी आईडी किसी अनजान व्यक्ति को न दें और किसी प्रकार का लालच देकर दस्तावेज़ मांगे जाने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें

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