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UP thunderstorm and rain alert: उत्तर प्रदेश में बदलेगा मौसम का मिजाज: 23 जिलों में आंधी-तूफान और बारिश के आसार, 12 जिलों में ओलावृष्टि का अलर्ट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज तेजी से बदलने वाला है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि आगामी दिनों में राज्य के 23 जिलों में गरज-चमक के साथ तेज हवाओं और बारिश की संभावना है। वहीं, 12 जिलों के लिए विशेष रूप से ओलावृष्टि का अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान के बाद जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है और लोगों से भी सावधानी बरतने की अपील की गई है।

मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, संभल, मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, बिजनौर, मेरठ, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर सहित कुल 23 जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।

इसी के साथ 12 जिलों के लिए ओलावृष्टि की चेतावनी भी जारी की गई है। इन जिलों में बरेली, बदायूं, पीलीभीत, मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, बिजनौर, मेरठ, बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर शामिल हैं। मौसम विभाग ने बताया कि इन जिलों में तेज हवाओं के साथ ओले गिर सकते हैं, जिससे फसल और संपत्ति को नुकसान पहुंचने की आशंका है।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते राज्य में नमी बढ़ गई है, जिससे मौसम में यह परिवर्तन हो रहा है। दिन का तापमान भी कुछ हद तक कम हो सकता है। पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तेज गर्मी महसूस की जा रही थी, लेकिन अब बारिश और हवाओं के चलते तापमान में गिरावट आ सकती है।

मौसम विभाग ने किसानों को भी सलाह दी है कि वे अपनी फसल को बचाने के लिए उचित कदम उठाएं। खासतौर पर जिन जिलों में ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है, वहां खेतों में फसलों को सुरक्षित करने के प्रयास किए जाएं। साथ ही, आम नागरिकों को भी सलाह दी गई है कि खराब मौसम के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और आकाशीय बिजली से बचाव के लिए सावधानियां बरतें।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने भी सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखें। अस्पतालों, फायर ब्रिगेड, और राहत एवं बचाव दलों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।

गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी अप्रैल-मई में तेज आंधी और ओलावृष्टि के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में भारी नुकसान हुआ था। इस बार सरकार ने पहले से ही सतर्कता बरतते हुए राहत उपायों को सक्रिय कर दिया है।

प्रदेश के कई इलाकों में शुक्रवार रात से ही मौसम में हल्की ठंडक महसूस की गई, और बादलों की आवाजाही बनी रही। लखनऊ और आसपास के इलाकों में भी आसमान में बादल छाए रहे और तेज हवाएं चलीं।

मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटों तक मौसम के अस्थिर रहने की संभावना जताई है। ऐसे में नागरिकों से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग की ताज़ा जानकारियों पर ध्यान दें और बिना जरूरत के बाहर निकलने से बचें।

प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के बीच इस चेतावनी के बाद हलचल बढ़ गई है। किसान अपनी तैयार फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखने का प्रयास कर रहे हैं ताकि संभावित नुकसान को कम किया जा सके। सरकार ने भी किसानों को आश्वासन दिया है कि यदि फसलों को नुकसान होता है तो मुआवजे की प्रक्रिया तेज़ी से शुरू की जाएगी।

प्रदेश के लोगों को अगले कुछ दिनों तक मौसम में अचानक बदलाव के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। बारिश, आंधी और ओलावृष्टि के बीच सावधानी और सतर्कता ही सुरक्षित रहने का सबसे बेहतर उपाय है।

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