उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद से एक और गौरवपूर्ण खबर सामने आई है। भलुअनी थाना क्षेत्र अंतर्गत भेडापाकड़ कला (भटपुरवा) गांव निवासी रवि श्रीवास्तव ने UPSC परीक्षा 2024 में 751वीं रैंक प्राप्त कर न केवल अपने गांव का बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन कर दिया है। रवि, सुरेश लाल श्रीवास्तव और श्रीमती आशा श्रीवास्तव के पुत्र हैं, और उनके इस ऐतिहासिक सफर ने क्षेत्र के युवाओं को नई प्रेरणा दी है।

खास बात यह है कि रवि श्रीवास्तव का चयन पिछले वर्ष ही पुलिस अधीक्षक (SP) पद के लिए हो चुका था। लेकिन उन्होंने अपने सपनों की ऊंचाई को वहीं सीमित नहीं किया। UPSC जैसी देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षा के लिए उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखी और अब उसे एक नई सफलता में बदल दिया। रवि की यह जिद और जुनून बताता है कि अगर लक्ष्य ऊंचा हो और इरादे मजबूत हों, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती।
रवि की इस सफलता की खबर मिलते ही पूरे गांव में जश्न का माहौल बन गया। घर पर बधाई देने वालों की भीड़ लग गई। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों, और ग्रामीणों ने भी रवि के इस ऐतिहासिक प्रयास की सराहना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं। उनके पिता सुरेश लाल श्रीवास्तव और माता आशा श्रीवास्तव ने कहा कि रवि शुरू से ही पढ़ाई को लेकर गंभीर रहे हैं और उन्हें हमेशा अपने बेटे पर गर्व रहा है।
रवि की सफलता यह भी दर्शाती है कि ग्रामीण परिवेश से आने वाले युवाओं में भी वह क्षमता होती है, जो उन्हें देश के सर्वोच्च प्रशासनिक पदों तक पहुंचा सकती है। बिना किसी शोरशराबे के, पूरी सादगी और समर्पण के साथ रवि ने यह सिद्ध किया कि मेहनत और लगन ही असली पूंजी है।
आज जब देश के कोने-कोने से युवा UPSC जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, रवि श्रीवास्तव जैसे उदाहरण उनके लिए उम्मीद की किरण बनकर सामने आते हैं। वह न केवल देवरिया जनपद के लिए बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गौरव की बात हैं।
उनकी इस सफलता ने यह भी साबित कर दिया है कि यदि कोई इंसान ठान ले तो वह एक से अधिक बार सफलता की कहानी लिख सकता है। SP बनना अपने आप में बड़ी उपलब्धि थी, लेकिन रवि ने यह दिखा दिया कि असली विजेता वह होता है जो रुकता नहीं है।
अब पूरा क्षेत्र रवि के इस नए सफर को लेकर उत्साहित है और उनकी आगे की भूमिका को लेकर आशान्वित भी।