श्रावस्ती जनपद में मिशन शक्ति अभियान के फेज-5 के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिनगा में “कन्या जन्मोत्सव” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी (डीएम) अजय कुमार द्विवेदी ने की, और पुलिस अधीक्षक (एसपी) घनश्याम चौरसिया की उपस्थिति भी रही। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत समाज में बेटियों के जन्म के प्रति सकारात्मक सोच को प्रोत्साहित करना था।

कार्यक्रम की शुरुआत कन्या जन्मोत्सव के रूप में की गई, जिसमें डीएम और एसपी ने केक काटकर इस खुशी का जश्न मनाया। इस दौरान नवजात शिशुओं की माताओं को सम्मानित किया गया और उन्हें अंगवस्त्र भेंट किए गए। साथ ही, उनके परिजनों को बेबी किट और मिष्ठान भी वितरित किए गए। यह आयोजन समाज में बेटियों के महत्व को दर्शाने के लिए था, ताकि लोग बेटा और बेटी में भेदभाव न करें और दोनों को समान अधिकार और अवसर दें।
डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने इस अवसर पर कहा कि समाज को बेटा-बेटी में कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि बेटियों को भी लड़कों के समान शिक्षा और अवसर मिलना चाहिए ताकि वे अपने पैरों पर खड़े होकर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे समाज और देश का नाम रोशन कर सकें। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान केंद्र और राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं के लिंगानुपात को संतुलित करना और समाज में कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करना है। डीएम ने कहा कि कन्या जन्मोत्सव जैसे कार्यक्रम समाज में बेटियों के जन्म के प्रति सकारात्मक बदलाव लाने के लिए बहुत जरूरी हैं, ताकि लोग यह समझ सकें कि बेटियां किसी भी रूप में बेटों से कम नहीं हैं।
एसपी घनश्याम चौरसिया ने अपने संबोधन में कहा कि बेटियों को जन्म लेने का पूरा अधिकार है और कन्या भ्रूण हत्या एक गंभीर सामाजिक अपराध है, जिसे रोकने के लिए जागरूकता जरूरी है। उन्होंने बताया कि महिला कल्याण विभाग द्वारा कन्या जन्मोत्सव का आयोजन समाज में इस जागरूकता को फैलाने के लिए किया जा रहा है। एसपी ने इस अवसर पर लोगों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों के बीच किसी भी तरह का भेदभाव न करें और उन्हें समान अवसर प्रदान करें ताकि वे अपने जीवन में सफल हो सकें। उन्होंने कहा कि बेटियों को भी हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए, चाहे वह शिक्षा हो या करियर।
इस कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अजय प्रताप सिंह भी उपस्थित थे। उन्होंने कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और इस आयोजन की सफलता के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में बदलाव लाने और लोगों के मन में बेटियों के प्रति सम्मान बढ़ाने का काम करते हैं।

कन्या जन्मोत्सव का उद्देश्य न केवल कन्या भ्रूण हत्या को रोकना है, बल्कि बेटियों के जन्म के प्रति समाज में एक सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना भी है। इस तरह के कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे ताकि समाज में बेटियों के प्रति फैली हुई नकारात्मक धारणाओं को समाप्त किया जा सके और उन्हें समान अवसर प्रदान किए जा सकें।
इस कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। बेटियों को बराबर का अधिकार और सम्मान देने से ही समाज का सही विकास हो सकेगा।