देवरिया मां के साथ छठ घाट पर गया बेटा डूबने से हुई मौत

देवरिया जनपद के एकौना थाना क्षेत्र के पोखरे में स्नान करने के दौरान डूब कर मरने से एक किशोर की मौत हो गई। वह छठ घाट पर अपनी मां के साथ पूजा में शामिल होने गया था। वह साथियों के साथ नहाने के दौरान गहरे पानी में चला गया। किशोर की मौत से छठ घाट पर मातम छा गया। घटना विशुनपुर गांव में सोमवार की सुबह हुई। वह जनता इंटर कॉलेज पिपरा कछार में कक्षा 11वीं का छात्र था।

विशुनपुर गांव में सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पोखरे में खड़ी मां ऊषा देवी के सामने ही उसका लाल सत्यम डूब गया।

बेटे की लंबी आयु के लिए व्रत रखी मां अपने छोटे बेटे का शव पोखरे से निकलते ही बदहवाश हो गई। वह छठ घाट पर व्रती महिलाओं से लिपट कर रोने लगी। पोखरे के किनारे पिता रामानुज सिंह बेसुध पड़े थे।

विशुनपुर गांव के रामनुज सिंह का परिवार छठ मनाने के लिए गांव के पोखरे पर गया था। उनका बेटा सत्यम सिंह 17 वर्ष और मां ऊषा देवी के साथ गया था। व्रती महिलाएं पोखरे में भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए खड़ी थी। इस दौरान कुछ लड़के पोखरे में स्नान करने लगे। सत्यम नहाने के दौरान गहरे पानी में जाने से डूब गया।

उसे डूबता देख घाट पर मौजूद लोग बचाने को कूद पड़े। पानी से डूबे किशोर को निकाल कर लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रुद्रपुर ले गए, जहां चिकित्सक ने उसे मृतक बताया। उसके मरने की खबर से घाट पर मौजूद लोग गमगीन हो गए।

मौके पर पहुंच एसडीएम ध्रुव कुमार शुक्ला और सीओ जिलाजीत ने घटना की जांच की।

मां की आंखों के सामने ही डूब गया सत्यम

विशुनपुर गांव में सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पोखरे में खड़ी मां ऊषा देवी के सामने ही उसका लाल सत्यम डूब गया। बेटे की लंबी आयु के लिए व्रत रखी मां अपने छोटे बेटे का शव पोखरे से निकलते ही बदहवाश हो गई। वह छठ घाट पर व्रती महिलाओं से लिपट कर रोने लगी। पोखरे के किनारे पिता रामानुज सिंह बेसुध पड़े थे। वह छठ मनाने के लिए दिल्ली से घर लौटे थे। ग्रामीणों के अनुसार छठ घाट पर मौजूद पुलिस ने लड़कों को पोखरे में नहाने से रोका होता, तो शायद घटना नहीं होती। मृतक दो भाईयों और चार बहनों में सबसे छोटा था।

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