पूर्वांचल के सात जिलों में 27.3 लाख घरों में लगेंगे स्मार्ट मीटर, बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत

वाराणसी: पूर्वांचल के सात जिलों में बिजली उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर की सुविधा मिलने जा रही है। इस योजना के तहत 27.3 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। यह कदम बिजली आपूर्ति में सुधार और उपभोक्ताओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

स्मार्ट मीटर की खासियतें

स्मार्ट मीटर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह उपभोक्ताओं को उनकी वास्तविक बिजली खपत की जानकारी देता है। इसके अलावा, बिलिंग प्रक्रिया भी अधिक सटीक हो जाती है। स्मार्ट मीटर के जरिए बिजली चोरी पर भी नियंत्रण पाया जा सकेगा, जिससे बिजली की हानि कम होगी।

किस जिलों में होगा कार्यान्वयन

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) के तहत आने वाले वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, बलिया, मऊ, चंदौली और भदोही जिलों में यह योजना लागू की जाएगी। इन जिलों में क्रमिक रूप से स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जिससे सभी उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिल सके।

कैसे काम करेगा स्मार्ट मीटर

स्मार्ट मीटर एक डिजिटल उपकरण है जो रियल टाइम में बिजली खपत की जानकारी देता है। यह मीटर बिजली खपत के आंकड़ों को एक केंद्रीय सर्वर पर भेजता है, जिससे उपभोक्ताओं और वितरण कंपनी को बिजली खपत का सटीक डेटा मिलता है। इससे बिलिंग की प्रक्रिया स्वचालित हो जाती है और गलतियों की संभावना कम हो जाती है।

उपभोक्ताओं को होने वाले फायदे

  1. सटीक बिलिंग: स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को सटीक बिल प्राप्त होंगे, जिससे उन्हें अनुमानित बिलिंग की समस्या से निजात मिलेगी।
  2. बिजली खपत पर नियंत्रण: उपभोक्ता अपने बिजली खपत को मॉनिटर कर सकेंगे और अनावश्यक खपत को कम कर सकेंगे।
  3. ऑनलाइन रिचार्ज: स्मार्ट मीटर प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों मोड में काम करेंगे। उपभोक्ता ऑनलाइन रिचार्ज कर सकेंगे, जिससे भुगतान की प्रक्रिया आसान हो जाएगी।
  4. बिजली चोरी पर रोक: स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी पर नियंत्रण पाया जा सकेगा, जिससे बिजली की हानि कम होगी और बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार होगा।

योजना की प्रगति

PVVNL के अधिकारीयों के अनुसार, इस योजना का कार्यान्वयन तेजी से किया जा रहा है। परियोजना की निगरानी के लिए विशेष टीम गठित की गई है जो स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य को सुचारू रूप से संचालित करेगी। इसके अलावा, उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के उपयोग और लाभ के बारे में जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे।

सरकार की पहल

उत्तर प्रदेश सरकार ने बिजली क्षेत्र में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। स्मार्ट मीटर लगाने की यह योजना भी उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के हर घर को सस्ती और सुलभ बिजली उपलब्ध कराई जाए। स्मार्ट मीटर योजना से न केवल बिजली खपत की निगरानी होगी बल्कि बिजली चोरी पर भी अंकुश लगेगा।

पूर्वांचल के सात जिलों में 27.3 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना से बिजली उपभोक्ताओं को कई फायदे मिलेंगे। सटीक बिलिंग, बिजली खपत पर नियंत्रण, और बिजली चोरी पर रोक जैसी सुविधाओं से उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। सरकार की इस पहल से बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार होगा और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं मिलेंगी। स्मार्ट मीटर का उपयोग न केवल उपभोक्ताओं के लिए बल्कि बिजली वितरण कंपनियों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।

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