उत्तर प्रदेश में मॉनसून की एंट्री का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। इस साल मॉनसून सबसे पहले वाराणसी और गोरखपुर जिलों में दस्तक देने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, इन जिलों में 18 से 20 जून के बीच बारिश शुरू हो सकती है। वहीं, लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में मॉनसून 23 से 25 जून के बीच पहुंचेगा।
राज्य में वर्तमान में गर्मी का प्रकोप जारी है, जिससे लोग राहत की उम्मीद कर रहे हैं। मानसून के आने से न केवल तापमान में गिरावट आएगी, बल्कि किसानों के लिए भी यह समय महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि खरीफ फसल की बुवाई इसी अवधि में की जाती है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इस समय भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है, जहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है।
मौसम विभाग ने बताया है कि केरल में मॉनसून 31 मई को पहुंच चुका है और इसके बाद यह उत्तर भारत की तरफ बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश के लिए यह अनुमानित तारीखें हैं और वास्तविक तारीखों में मौसम के चलते कुछ बदलाव हो सकते हैं। बारिश के आगमन से राज्य में जल संकट की स्थिति में भी सुधार की उम्मीद है।
वाराणसी और गोरखपुर के निवासियों के लिए यह राहत की खबर है, क्योंकि इन क्षेत्रों में लोग लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे हैं। मॉनसून की शुरुआती बारिश से न केवल तापमान में गिरावट आएगी बल्कि हवा में नमी भी बढ़ेगी, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
मौसम विभाग ने राज्य के अन्य जिलों के लिए भी बारिश की अनुमानित तारीखें जारी की हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में मॉनसून के 25 से 28 जून के बीच पहुंचने की संभावना है। इससे पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में बारिश शुरू हो जाएगी।
किसानों के लिए मॉनसून की यह सूचना बेहद महत्वपूर्ण है। खरीफ फसल, जिसमें धान, मक्का, और अन्य फसलें शामिल हैं, की बुवाई मॉनसून की बारिश पर निर्भर करती है। समय पर बारिश होने से फसलों की पैदावार में सुधार होगा और किसानों को आर्थिक राहत मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में मानसून का आगमन एक महत्वपूर्ण घटना होती है, क्योंकि यह न केवल कृषि क्षेत्र को प्रभावित करता है बल्कि लोगों के दैनिक जीवन पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। मानसून के आगमन के साथ ही लोग गर्मी से राहत पाने के लिए उत्साहित रहते हैं।
मौसम विभाग की यह भविष्यवाणी और अनुमान लोगों के लिए राहत भरी खबर लेकर आई है। राज्य के कई हिस्सों में जल संकट की स्थिति है, और समय पर बारिश से जलाशयों में पानी का स्तर भी बढ़ेगा, जिससे पेयजल संकट में कमी आएगी।
लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में भी लोग मॉनसून की बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। राजधानी में तापमान में कमी और हवा में ताजगी आने से लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून के आने की तारीखें मौसम के परिवर्तनों के आधार पर आगे-पीछे हो सकती हैं। लेकिन इस बार के अनुमान के अनुसार, उत्तर प्रदेश के लोगों को जून के अंत तक मॉनसून की बारिश का अनुभव होने लगेगा।
इस प्रकार, उत्तर प्रदेश में मॉनसून के आगमन की तैयारियां और इंतजार शुरू हो चुका है। लोगों को उम्मीद है कि इस साल का मॉनसून समय पर और पर्याप्त मात्रा में बारिश लेकर आएगा, जिससे राज्य के जल संकट और किसानों की समस्याओं का समाधान हो सकेगा