उत्तर प्रदेश एक बार फिर रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना से दहल उठा है। अवैध संबंधों का जाल अब केवल घर तोड़ने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह खून-खराबे में भी तब्दील होता जा रहा है। मेरठ, अलीगढ़, देवरिया जैसे जिलों के बाद अब बुलंदशहर से आई एक सनसनीखेज खबर ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक बहू ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही ससुर की बेरहमी से हत्या कर दी। वजह सिर्फ इतनी थी कि बुजुर्ग ससुर ने बहू को रंगे हाथ उसके प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था।

घटना बुलंदशहर के डिबाई क्षेत्र की है, जहां 62 वर्षीय राजवीर की हत्या ने पूरे गांव में सनसनी फैला दी है। राजवीर गत दिवस अपने घर अचानक लौटे तो उन्होंने अपनी बहू को गांव के ही युवक पवन के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। इस पर राजवीर ने दोनों को डांटा और रोका, लेकिन बहू और उसका प्रेमी इससे इतने बौखला गए कि उन्होंने एक खौफनाक साजिश रच डाली।
आरोप है कि बहू और पवन ने मिलकर राजवीर की हत्या कर दी। पहले तो राजवीर और पवन के बीच जमकर कहासुनी हुई, फिर बात मारपीट तक पहुंची। इसके बाद दोनों ने मिलकर राजवीर को मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों ने लाश को छिपाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस को इसकी भनक लग गई।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जांच शुरू की और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया। पवन को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं बहू की भूमिका की भी गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार, पवन और बहू के बीच लंबे समय से अवैध संबंध थे और यह संबंध ही इस जघन्य हत्या की वजह बना।
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर समाज किस दिशा में जा रहा है? एक ओर जहां परिवारों में विश्वास और रिश्तों की डोर कमजोर होती जा रही है, वहीं अवैध संबंध जैसी मानसिकता घातक रूप लेकर सामने आ रही है। जब एक बहू अपने ही ससुर को जान से मार सकती है तो समाज में रिश्तों की गरिमा और सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगना स्वाभाविक है।
डिबाई जैसे शांत क्षेत्र में हुई यह सनसनीखेज हत्या अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बन चुकी है। ग्रामीणों के अनुसार, राजवीर एक शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और किसी से कोई दुश्मनी नहीं रखते थे। लेकिन किसे पता था कि उनके ही घर में एक ऐसा रिश्ता पल रहा था, जो उनकी जान का दुश्मन बन जाएगा।
पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए बहू से भी पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि हत्या की योजना कितनी पहले से बनी थी और इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है। साथ ही, आरोपी प्रेमी पवन के आपराधिक इतिहास की भी छानबीन की जा रही है।
यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि समाज को भी सोचने पर मजबूर कर रही है कि रिश्तों के नाम पर बनते अवैध संबंध किस तरह निर्दोष लोगों की जान ले रहे हैं। अब जरूरत है कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाए, और समाज व परिवार दोनों स्तरों पर ऐसी प्रवृत्तियों को रोका जाए।
निष्कर्ष
बुलंदशहर की यह घटना बताती है कि अवैध संबंध सिर्फ चरित्रहीनता नहीं, बल्कि सामाजिक अपराध की जड़ बन चुके हैं। जब रिश्ते ही जान के दुश्मन बन जाएं, तो कानून और समाज दोनों को मिलकर कठोर कदम उठाने होंगे। पुलिस की तत्परता ने एक बड़े अपराध का खुलासा किया है, लेकिन सवाल अब भी बना हुआ है—क्या ऐसे रिश्तों को रोकने के लिए हमारा समाज तैयार है?