देवरिया: जिले में पिछले सप्ताह के सुहावने मौसम के बाद अब फिर से हीट वेव का प्रकोप शुरू हो गया है। तापमान में तेजी से वृद्धि हो रही है और मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और भीषण गर्मी की चेतावनी दी है। वर्तमान में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच चुका है और आगामी 18 मई से 21 मई तक यह 44 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।
मेडिकल कॉलेज में गर्मी से प्रभावित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। हर रोज लगभग डेढ़ सौ से अधिक मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं, जिनमें से बुखार, पेट दर्द, उल्टी-दस्त और अन्य गर्मी से संबंधित बीमारियों के मामले अधिक हैं। डॉक्टरों ने लोगों को सावधानी बरतने और आवश्यक दवाइयां लेने की सलाह दी है।
मौसम का मिजाज और स्वास्थ्य पर प्रभाव
पारा लगातार बढ़ने से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। बृहस्पतिवार को तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जिससे सुबह से ही धूप तेज हो गई। धूप और उमस भरी गर्मी के कारण लोग बेहाल हो रहे हैं। तापमान बढ़ने से मांसपेशियों में ऐंठन, बुखार, अधिक प्यास, थकान, चक्कर आना, उल्टी-दस्त, सिरदर्द, मानसिक असंतुलन, बीपी शुगर का असंतुलन, पेशाब कम आना, और त्वचा चिपचिपी हो जाना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
मेडिकल कॉलेज में मरीजों की स्थिति
मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के डॉ. सराजुद्दीन, डॉ. गौरव, और डॉ. विश्वजीत ने लगभग 360 मरीजों का इलाज किया। इनमें बुखार के 90, पेट दर्द के 60 और उल्टी-दस्त के 40 मरीज शामिल थे। वार्ड में भर्ती मरीजों में सिंधी मिल कॉलोनी के सुरेंद्र प्रसाद, अगस्तपार के मुनीलाल, साहोपार, भटनी के रंगलाल, तिलौली के अमन, सिवान के विरेंद्र, मथौली बाजार के लक्ष्मी गौड़, सिसवा पांडेय के विक्रम बारी, बढ़या हरदो के अनरुद्ध, घेबड़ा की शांति देवी और रामगुलाम टोला की सुशीला देवी का इलाज जारी है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि प्रति चक्रवात के कारण बादल छंट जाते हैं और सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं, जिससे तापमान में वृद्धि होती है। 18 से 21 मई तक तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। 21 मई के बाद पुरवा हवा चलने से मौसम में बदलाव आएगा और बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को राहत मिलेगी।
स्वास्थ्य संबंधी सलाह
गर्मी के बढ़ते प्रकोप से बचने के लिए लोगों को सजग रहने की जरूरत है। शरीर में पानी की कमी न हो, इस पर ध्यान दें। हल्का और सुपाच्य भोजन करें, और तैलीय और मसालेदार भोजन से परहेज करें। बाहर के फास्ट फूड से बचें और बीपी और शुगर की नियमित जांच कराएं। तेज धूप से बचें और अधिक पानी का सेवन करें। परेशानी होने पर प्राथमिक उपचार के लिए छायादार और ठंडे स्थान पर आराम करें, पानी और ओआरएस का घोल पिएं और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
डॉ. एचके मिश्रा, सीएमएस, मेडिकल कॉलेज, ने सलाह दी है कि गर्मी के दौरान अधिक सावधानी बरतें और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें।