देवरिया जिले के लिए यह सप्ताह गौरव से भरा रहा, जब जिले के चार मेधावी छात्रों ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता प्राप्त कर पूरे जनपद का नाम रोशन कर दिया। इन चार छात्रों में विमलेश तिवारी, रजत कुमार राय, रवि श्रीवास्तव और अन्नू गुप्ता शामिल हैं। खासतौर पर गौरा ग्राम पंचायत निवासी रजत कुमार राय ने 351वीं रैंक हासिल कर जिले के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है।

रजत कुमार राय की सफलता न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे देवरिया जिले के लिए एक प्रेरणा बन गई है। उनके घर में जश्न का माहौल है। मीडिया से बातचीत करते हुए रजत के पिता भावुक हो गए। उन्होंने बताया कि उनका बेटा कभी भी संघर्षों से पीछे नहीं हटा। रजत ने पांच वर्षों तक एक निजी कंपनी में कार्य किया, और फिर नौकरी छोड़कर दोबारा यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। यह उनका दूसरा प्रयास था, जिसमें उन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पास कर 351वीं रैंक प्राप्त की।
रजत की सफलता पर रामपुर कारखाना के विधायक सुरेंद्र चौरसिया ने भी उनके घर जाकर बधाई दी। विधायक ने कहा, “रजत ने यह सिद्ध कर दिया कि देवरिया जैसे छोटे जिले से भी बड़े सपने पूरे किए जा सकते हैं। इस तरह की सफलता आने वाले युवाओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है।”
रजत के चाचा ने बताया कि रजत शुरू से ही पढ़ाई में होनहार थे। उन्होंने देवरिया से पढ़ाई की शुरुआत की, फिर गोरखपुर में आईआईटी की तैयारी की और उसके बाद पटना से नीत की पढ़ाई की। उनका चयन एनआईटी में हुआ, जहां से उन्होंने पांच वर्षों तक नौकरी की। इसके बाद उन्होंने अपने लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाते हुए यूपीएससी की तैयारी शुरू की।
रजत की यह सफलता उनके दिवंगत बाबा के सपने को भी साकार करती है। परिवारवालों ने बताया कि उनके बाबा की इच्छा थी कि परिवार का कोई सदस्य प्रशासनिक सेवा में जाए, जिसे रजत ने पूरा कर दिखाया। अगर वे आज जीवित होते, तो यह दिन उनके लिए सबसे खुशी का दिन होता।
ग्रामीणों और शुभचिंतकों का तांता रजत के घर पर लगा हुआ है। लोग उनके माता-पिता को मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं और फोटो खिंचवाकर इस ऐतिहासिक पल को सहेज रहे हैं। रजत की यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम है, बल्कि यह पूरे देवरिया जिले को गर्व से भर देने वाला क्षण है।