उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में धार्मिक और पर्यटन स्थलों के सौंदर्यीकरण व विकास की दिशा में एक बड़ी पहल की जा रही है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी गोरखपुर मण्डल रविन्द्र कुमार ने जानकारी दी है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 के अंतर्गत उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा जनपद के कई महत्वपूर्ण स्थलों के विकास कार्यों को स्वीकृति प्रदान की गई है। इन परियोजनाओं पर कुल मिलाकर करोड़ों रुपये खर्च किए जाएंगे, जिससे न सिर्फ धार्मिक स्थलों की भव्यता बढ़ेगी, बल्कि पर्यटन को भी एक नई पहचान मिलेगी।

पर्यटन अधिकारी के अनुसार, देवरिया जनपद के पथरदेवा क्षेत्र स्थित मछैला गांव में शिव मंदिर के सौंदर्यीकरण एवं पर्यटन विकास हेतु 131.97 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। यह मंदिर धार्मिक दृष्टिकोण से क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसके विकास से भक्तों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी।
इसी प्रकार, विकासखंड सलेमपुर के ग्राम मझौलीराज स्थित दीर्घेश्वर नाथ मंदिर के विकास के लिए 125.91 लाख रुपये की स्वीकृति मिली है। यह मंदिर प्राचीन धार्मिक महत्व का है, और इसके उन्नयन से यह स्थल और भी आकर्षक बनेगा। वहीं, ब्रह्मऋषि देवरहा बाबा आश्रम के पर्यटन विकास हेतु 250.06 लाख रुपये की बड़ी धनराशि मंजूर की गई है, जो इस आश्रम को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित कर सकती है।
जनपद रुद्रपुर स्थित मां दुर्गा मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए 71.67 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है। साथ ही बरहज विकासखंड के ग्राम पकड़ी दुबौली में जोगीवीर बाबा स्थल के विकास हेतु 69.61 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। ये दोनों स्थल स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था के केंद्र हैं।
पर्यटन को सुदृढ़ आधार देने के लिए देवरिया में पर्यटन कार्यालय भवन निर्माण के लिए 285.70 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिससे भविष्य में पर्यटन से जुड़े प्रशासनिक कार्यों को बेहतर ढंग से संचालित किया जा सकेगा। इसके साथ ही रामपुर कारखाना विधानसभा के कुशहरी गांव में विकास कार्य हेतु 292.55 लाख रुपये की मंजूरी भी प्रदान की गई है।
तहसील सदर के अंतर्गत देवरही मंदिर स्थल के विकास हेतु 52.01 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। वहीं, भटनी ब्लॉक के ठाकुर जी मंदिर एवं तालाब-झरना कुटी के जीर्णोद्धार के लिए 279.19 लाख रुपये की मंजूरी मिली है। यह स्थल न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं बल्कि प्रकृति प्रेमियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं।
गौरीबाजार विकासखंड के ग्राम स्थित प्राचीन शिव मंदिर के पर्यटन विकास हेतु 101.16 लाख तथा रामपुर कारखाना क्षेत्र के विशुनपुर बाजार में प्राचीन विष्णु मंदिर के लिए 103.33 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है। इन मंदिरों के जीर्णोद्धार से श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव प्राप्त होगा।
इसके अतिरिक्त, पथरदेवा ब्लॉक के हेतिमपुर गांव स्थित रामजानकी मंदिर के विकास हेतु 107.93 लाख, कोटवा गांव में बावन मोर्चा दुर्गा स्थल के लिए 97.20 लाख, रुद्रपुर स्थित करमैल माता स्थल हेतु 96.20 लाख और बरहज विधानसभा के बारीपुर गांव में हनुमान मंदिर के पर्यटन विकास के लिए 97.30 लाख रुपये की मंजूरी प्रदान की गई है।
इन सभी विकास परियोजनाओं का उद्देश्य धार्मिक आस्था को मजबूती देना, स्थानीय रोजगार के अवसर सृजित करना और देवरिया को एक समृद्ध धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। इन स्थलों के विकसित होने से न केवल श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि देवरिया जिले की पहचान प्रदेश व देश स्तर पर एक धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में भी होगी।
उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में धार्मिक और पर्यटन स्थलों के सौंदर्यीकरण व विकास की दिशा में एक बड़ी पहल की जा रही है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी गोरखपुर मण्डल रविन्द्र कुमार ने जानकारी दी है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 के अंतर्गत उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा जनपद के कई महत्वपूर्ण स्थलों के विकास कार्यों को स्वीकृति प्रदान की गई है। इन परियोजनाओं पर कुल मिलाकर करोड़ों रुपये खर्च किए जाएंगे, जिससे न सिर्फ धार्मिक स्थलों की भव्यता बढ़ेगी, बल्कि पर्यटन को भी एक नई पहचान मिलेगी।
पर्यटन अधिकारी के अनुसार, देवरिया जनपद के पथरदेवा क्षेत्र स्थित मछैला गांव में शिव मंदिर के सौंदर्यीकरण एवं पर्यटन विकास हेतु 131.97 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। यह मंदिर धार्मिक दृष्टिकोण से क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसके विकास से भक्तों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी।
इसी प्रकार, विकासखंड सलेमपुर के ग्राम मझौलीराज स्थित दीर्घेश्वर नाथ मंदिर के विकास के लिए 125.91 लाख रुपये की स्वीकृति मिली है। यह मंदिर प्राचीन धार्मिक महत्व का है, और इसके उन्नयन से यह स्थल और भी आकर्षक बनेगा। वहीं, ब्रह्मऋषि देवरहा बाबा आश्रम के पर्यटन विकास हेतु 250.06 लाख रुपये की बड़ी धनराशि मंजूर की गई है, जो इस आश्रम को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित कर सकती है।
जनपद रुद्रपुर स्थित मां दुर्गा मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए 71.67 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है। साथ ही बरहज विकासखंड के ग्राम पकड़ी दुबौली में जोगीवीर बाबा स्थल के विकास हेतु 69.61 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। ये दोनों स्थल स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था के केंद्र हैं।
पर्यटन को सुदृढ़ आधार देने के लिए देवरिया में पर्यटन कार्यालय भवन निर्माण के लिए 285.70 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिससे भविष्य में पर्यटन से जुड़े प्रशासनिक कार्यों को बेहतर ढंग से संचालित किया जा सकेगा। इसके साथ ही रामपुर कारखाना विधानसभा के कुशहरी गांव में विकास कार्य हेतु 292.55 लाख रुपये की मंजूरी भी प्रदान की गई है।
तहसील सदर के अंतर्गत देवरही मंदिर स्थल के विकास हेतु 52.01 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। वहीं, भटनी ब्लॉक के ठाकुर जी मंदिर एवं तालाब-झरना कुटी के जीर्णोद्धार के लिए 279.19 लाख रुपये की मंजूरी मिली है। यह स्थल न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं बल्कि प्रकृति प्रेमियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं।
गौरीबाजार विकासखंड के ग्राम स्थित प्राचीन शिव मंदिर के पर्यटन विकास हेतु 101.16 लाख तथा रामपुर कारखाना क्षेत्र के विशुनपुर बाजार में प्राचीन विष्णु मंदिर के लिए 103.33 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है। इन मंदिरों के जीर्णोद्धार से श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव प्राप्त होगा।
इसके अतिरिक्त, पथरदेवा ब्लॉक के हेतिमपुर गांव स्थित रामजानकी मंदिर के विकास हेतु 107.93 लाख, कोटवा गांव में बावन मोर्चा दुर्गा स्थल के लिए 97.20 लाख, रुद्रपुर स्थित करमैल माता स्थल हेतु 96.20 लाख और बरहज विधानसभा के बारीपुर गांव में हनुमान मंदिर के पर्यटन विकास के लिए 97.30 लाख रुपये की मंजूरी प्रदान की गई है।
इन सभी विकास परियोजनाओं का उद्देश्य धार्मिक आस्था को मजबूती देना, स्थानीय रोजगार के अवसर सृजित करना और देवरिया को एक समृद्ध धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। इन स्थलों के विकसित होने से न केवल श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि देवरिया जिले की पहचान प्रदेश व देश स्तर पर एक धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में भी होगी।