शिक्षा को हर बच्चे तक पहुँचाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे “स्कूल चलो अभियान” का शुभारंभ देवरिया के विकास भवन में भव्य रूप से किया गया। इस अवसर पर सदर विधायक डॉ. शलभ मणि त्रिपाठी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुई, जिससे शिक्षा के प्रति समर्पण और श्रद्धा की भावना को प्रमुख रूप से व्यक्त किया गया।

इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल और मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रत्यूष पांडेय भी मौजूद रहे। उन्होंने इस अभियान की सफलता के लिए अपने समर्थन और शुभकामनाएं दीं। जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने शिक्षा की महत्ता पर जोर देते हुए छात्रों को मेहनत और परिश्रम के माध्यम से अपने लक्ष्य तक पहुँचने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनका कर्तव्य है कि वे बच्चों को उच्चतम स्तर की शिक्षा प्रदान करें, ताकि समाज में शिक्षा की नींव मजबूत हो सके।
इस अभियान का उद्देश्य 6 से 14 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को अनिवार्य और निःशुल्क शिक्षा प्रदान करना है। मुख्य अतिथि डॉ. शलभ मणि त्रिपाठी ने इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से कृतसंकल्पित है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे सुधारों की तारीफ की और कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सभी बच्चे विद्यालयों में प्रवेश लें और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन का सजीव प्रसारण टेलीविजन के माध्यम से किया गया। मुख्यमंत्री ने ‘स्कूल चलो अभियान’ को उत्तर प्रदेश सरकार की एक प्रमुख पहल बताया। उन्होंने कहा कि यह अभियान बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए न केवल एक सरकारी प्रयास है, बल्कि समाज के हर वर्ग की जिम्मेदारी भी है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत घर-घर संपर्क, प्रेरक रैलियाँ और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, ताकि हर बच्चा स्कूल में प्रवेश पा सके और शिक्षा प्राप्त कर सके।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य ड्रॉपआउट दर को कम करना और शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की कोशिशों से प्राथमिक शिक्षा में सुधार आया है, जिससे छात्रों को समय पर पाठ्यपुस्तकें, कॉपियाँ, यूनिफॉर्म, जूते, स्वेटर जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों को भी जरूरी उपकरण वितरित किए गए। मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा यह वितरण कार्यक्रम किया गया, जिससे दिव्यांग बच्चों को शिक्षा में बेहतर अवसर मिल सकें। इसके बाद मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रत्यूष पांडेय ने छात्रों की जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कार्यक्रम के अंतर्गत, सभी ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर खंड शिक्षा अधिकारियों के नेतृत्व में जागरूकता रैलियाँ निकाली गईं। साथ ही विभिन्न विद्यालयों में छात्रों द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत शिक्षा के महत्व को लेकर रैलियाँ आयोजित की गईं।
इस कार्यक्रम का संचालन पंकज शुक्ल ने किया और इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी आदिश मिश्रा, खंड शिक्षा अधिकारी गोपाल मिश्र, जिला समन्वयक एमआईएस अंकित मिश्र, श्रम प्रवर्तन अधिकारी शशि सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी रतन कुमार, जिला समन्वयक सामुदायिक शिक्षा डॉ. आलोक पांडे, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस आयोजन से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा को एक प्राथमिकता मानते हुए हर बच्चे को विद्यालय में प्रवेश दिलाने और शिक्षा के स्तर को ऊँचा करने के लिए प्रतिबद्ध है। ‘स्कूल चलो अभियान’ एक सशक्त पहल है, जो समाज में शिक्षा का स्तर बढ़ाने और हर बच्चे को उज्जवल भविष्य देने की दिशा में अहम कदम है।