भटनी से अनिल की रिपोर्ट
नाग पंचमी के दिन से ही त्योहारों का शुरुआत होता है, नाग पंचमी के दिन घर पर पूजा पाठ के साथ घर पर पकवान बनाए गए और बच्चे कबड्डी खो-खो तथा बच्चियां झूला झूलते वक्त गीत भी गाई ,तथा इसी क्रम में कई जगहों पर कुश्ती भी लड़ी गई बच्चों द्वारा..
नाग पंचमी क्यों मनाई जाती है?
नाग पंचमी पौराणिक कथा के रूप में मैं आपको बताता हूं इस दिन ,
नागों की रक्षा के लिए यज्ञ को ऋषि आस्तिक मुनि ने श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन रोक दिया और नागों की रक्षा की। इस कारण तक्षक नाग के बचने से नागों का वंश बच गया। आग के ताप से नाग को बचाने के लिए ऋषि ने उनपर कच्चा दूध डाल दिया था। तभी से नागपंचमी मनाई जाने लगी।
नाग पंचमी के दिन घर की महिलाएं पूजा पाठ करने के शुरुआत में ही गोबर की पूजा करती हैं पूजा करने के बाद अपने घरों पर बाहरी हिस्सों में उसे नाग का चिन्ह बना कर पूरे घर को बांधती हैं इससे यह मानना होता है, की नाग देवता हमने आपकी पूजा पाठ की आप हमारे घरों की सुरक्षा करना जिससे हमारे घर में किसी को भी अनहोनी न हो ऐसा गांव के लोगों का मानना और उनका विचार होता है इसी क्रम में नाग पंचमी की त्यौहार को लोग धूमधाम से मनाए और अपने परिवार के साथ मिलकर पुआ पकवान का भी खा कर आनंद लिया..