सलेमपुर: नवलपुर से सिकंदरपुर तक की 44 किलोमीटर लंबी सड़क अब जल्द ही लोगों के लिए आसान हो जाएगी। नेशनल हाईवे 727B के तहत इस सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी चौड़ाई 10 मीटर होगी। इस प्रोजेक्ट के लिए देवरिया और बलिया जिलों के कुल 52 गांवों की जमीन अधिग्रहित की गई है। इसके लिए 11 से 13 सितंबर तक मुआवजे के वितरण के लिए शिविर लगाए जाएंगे।
इस हाईवे के बनने से कई गांवों में नए चौराहों का विकास होगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही, उद्योग-धंधों का विकास भी होगा। देवरिया जिले के 18 गांवों से 65.44 हेक्टेयर और बलिया के 34 गांवों से 61.7850 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है। धनौती ढाले पर किसानों ने मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलन भी किया था, जिसके बाद मुआवजे के वितरण के लिए प्रशासन ने कैंप लगाने की घोषणा की है।
प्रमुख विकास कार्य:
- चौड़ीकरण और फोर लेन पुल: नवलपुर से बलिया के बेल्थरारोड तहसील के उभांव तक फोर लेन और सिकंदरपुर तक टू लेन पेव्ड शोल्डर सड़क बनाई जाएगी। तुर्तीपार पुल को फोर लेन करने का प्रस्ताव है।
- नए चौराहों का विकास: लक्ष्मण चौराहा, कुंडौली, भागलपुर और धनौती ढाले जैसे स्थानों पर नए चौराहों का विकास होगा।
- उद्योग-धंधों को बढ़ावा: हाईवे के पास उद्योगों और व्यवसायों का विकास होने से ग्रामीणों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
अधिकारियों की राय:
परियोजना निदेशक मनीष चौहान के अनुसार, टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। तुर्तीपार पुल के निर्माण को भी तकनीकी रूप से मजबूत किया जाएगा। नवंबर तक भूमि अधिग्रहण से संबंधित सभी दस्तावेज प्राप्त होने की उम्मीद है।
स्थानीय लोगों की राय:
इस सड़क निर्माण से स्थानीय लोग बेहद खुश हैं। लक्ष्मण चौराहे के पास रहने वाले एक दुकानदार के अनुसार, हाईवे बनने से उनकी दुकानदारी में वृद्धि होगी। इस परियोजना से व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी और बाहरी व्यापारियों के लिए सामान मंगाना आसान हो जाएगा।
इस प्रकार, नवलपुर से सिकंदरपुर तक बनने वाला यह हाईवे न केवल क्षेत्रीय विकास में सहायक होगा बल्कि रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगा।