देवरिया जनपद के जिला अधिकारी के आदेश के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दिया ऐसा आदेश की देवरिया जनपद के आठवीं तक के छात्रों को मिली बड़ी राहत खबर जानकर बच्चों खुशी से झूम में ठंड में नहीं जाना पड़ेगा स्कूल।
28 दिसंबर से मौसम ने अचानक करवट बदली तो हर किसी को यह एहसास होने लगा कि अब घरों से बाहर निकलना खतरों से खाली नहीं है बड़े बुजुर्ग घरों के अंदर बैठे रहे लेकिन छोटे-छोटे बच्चे ठंड में भी कॉपी किताब लेकर विद्यालय जाते नजर आए जिस वजह से कई बच्चों की तबीयत भी खराब हो गई क्योंकि तेज हवा और हार्ड कपा देने वाली ठंडी से बच्चे काफी परेशान थे ठंड को देखते हुए जिला अधिकारी देवरिया का आदेश आया कि।
1 जनवरी से देवरिया जनपद के समस्त बोर्ड में पढ़ने वाले कक्षा 8 तक के छात्र छात्रों को 6 जनवरी तक अवकाश दिया जाता है जिसके बाद छात्र उनके परिजन राहत के सांस ले रहे हैं क्योंकि तेज हवा और धूप न निकलने की वजह से ठंड काफी बढ़ गई है वही टेंपरेचर की बात की जाए तो रात में टेंपरेचर 12 डिग्री सेल्सियस तक और दिन में अधिकतम 22 डिग्री सेल्सियस तक देवरिया में दर्ज किया जा रहा है जिस वजह से ठंड काफी लग रही है।
इस संबंध में बेसिक जिला अधिकारी सालनी श्रीवास्तव ने बताया कि मौसम परिवर्तन के कारण जनपद में पढ़ रही भीषण ठंड की दृष्टिगत जिला अधिकारी की आदेश 30.12.2023 अनुपालन में कक्षा आठवीं तक के छात्र-छात्राओं की हित की दृष्टिगत जनपद में समस्त बोर्ड के माध्यम से संचालित विद्यालयों में दिनांक 1 जनवरी से 6 जनवरी 2024 तक अवकाश घोषित किया जाता है इस आदेश का कड़ाई से पालन करने का निर्देश भी दिया गया है जो विद्यालय इस आदेश का पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी किया जाएगा।
प्रदेश में हो रही भीषण ठंड की वजह से अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है ज्यादातर मरीज सांस ,सर्दी जुखाम, से संबंधित बीमारी लेकर पहुंच रहे हैं वहीं ठंड का असर बुजुर्गों पर ज्यादा दिखाई दे रहा है प्रदेश में अभी तक 20 से ज्यादा लोगों की ठंड की वजह से मृत्यु हो गई है।
जिसको ध्यान में रखते हुए नगर पालिका नगर पंचायत नगर निगम के द्वारा जगह-जगह अलाव जलाया जा रहा है राहगीर शहर वासियों को ठंड से राहत मिले लेकिन ग्राम वासियों के लिए कोई समूचा व्यवस्था नहीं है। जिस वजह से ग्रामीण ठंड में रहने को मजबूर हैं, छात्र-छात्राओं की माता-पिता को भी इन छात्रों पर विशेष ध्यान रखनी चाहिए क्योंकि छुट्टी की समय बच्चे बाहर निकल कर खेलने लगते हैं जिस वजह से वह ठंड की चपेट में आ जाते हैं और तबीयत खराब हो जाती है बच्चों पर रखें विशेष ध्यान।