Deoria News: जिलाधिकारी ने दो दिवंगत व्यापारियों की पत्नी को सौंपा दस-दस लाख रुपये का चेक

मुख्यमंत्री व्यापारी दुर्घटना बीमा योजना के तहत मिला सहायता

देवरिया, 23 अक्टूबर। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल की अध्यक्षता और पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा की उपस्थिति में व्यापार बंधु की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में व्यापारियों की समस्याओं के समाधान और उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूकता के मुद्दे पर चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि व्यापारियों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।

बैठक की शुरुआत में, जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री व्यापारी दुर्घटना बीमा योजना के तहत दो दिवंगत व्यापारियों की पत्नियों को दस-दस लाख रुपये का चेक प्रदान किया। यह सहायता राशि स्वर्गीय मुन्ना जायसवाल की पत्नी सरिता जायसवाल और स्वर्गीय शत्रुजीत राव की पत्नी वंदना राव को प्रदान की गई। मुन्ना जायसवाल, सर्वश्री जायसवाल खाद भंडार, बरहज के मालिक थे, जबकि शत्रुजीत राव सर्वश्री वंदना एचपी ग्रामीण गैस वितरक, बरईपुर के मालिक थे।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य कर विभाग में पंजीकृत प्रत्येक व्यापारी को प्रदेश सरकार द्वारा निःशुल्क दुर्घटना बीमा योजना का लाभ मिलता है। उन्होंने जनपद के सभी व्यापारियों से अपील की कि वे राज्य कर विभाग में अपना पंजीकरण अवश्य कराएं, ताकि आकस्मिक दुर्घटनाओं के समय उनके परिजनों को आर्थिक सुरक्षा प्राप्त हो सके। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए योजना की सराहना की।

जिलाधिकारी ने व्यापारियों से आग्रह किया कि वे समय से अपना जीएसटी रिटर्न दाखिल करें। उन्होंने बताया कि जीएसटी रिटर्न दाखिल करने से न केवल कानूनी लाभ प्राप्त होते हैं, बल्कि इससे व्यापारियों को रियायती लोन जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं, जो उनके व्यापार को सुचारू रूप से चलाने में मददगार होती हैं।

व्यापारियों ने उठाए शहर के मुद्दे

बैठक में व्यापारियों ने शहर में मीट-मछली की दुकानों के खुले में संचालन का मुद्दा उठाया। व्यापारियों ने शिकायत की कि दुकानदार मीट-मुर्गा काटने के बाद उसका अपशिष्ट खुले में फेंक देते हैं, जिससे गंदगी फैलती है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि विक्रेताओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मीट और अपशिष्ट को सुरक्षित तरीके से निपटाया जाए। उन्होंने शीघ्र ही खुले में मीट-मांस की बिक्री पर प्रवर्तन कार्रवाई शुरू करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही उन्होंने नगर पालिका के ईओ को निर्देश दिया कि शहर के बाहर एकीकृत मीट-मछली विक्रय केंद्र की स्थापना की जाए, जिससे इस समस्या का स्थायी समाधान हो सके।

बिजली की समस्याओं पर चर्चा

बैठक में व्यापारियों ने शहर में लटकते बिजली के तारों और जर्जर पोलों का मुद्दा भी उठाया। इस पर विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता ने जानकारी दी कि मेसर्स लेजर पावर एंड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता द्वारा रिवेंप योजना के तहत लटकते तारों और जर्जर पोलों को बदलने का कार्य किया जा रहा है। अब तक 570 पोल बदले जा चुके हैं और रेलवे स्टेशन रोड पर कार्य जारी है। जिलाधिकारी ने कार्य की गति तेज करने के निर्देश दिए ताकि शहर की बिजली व्यवस्था दुरुस्त हो सके।

विस्थापित व्यापारियों की समस्याएं

बैठक के दौरान कोऑपरेटिव चौराहे पर विस्थापित 18 दुकानदारों की समस्या पर भी चर्चा हुई। अध्यक्ष जिला उद्योग व्यापार मंडल ने इस मुद्दे को उठाया और व्यापारियों के हितों की रक्षा करने का अनुरोध किया। व्यापारी नेता और पूर्व विधायक रविंद्र प्रताप मल्ल, अध्यक्ष व्यापार मंडल शक्ति गुप्ता ने भी व्यापारियों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की।

बैठक में एडीएम वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार राय, एएसपी दीपेंद्रनाथ चौधरी, उपायुक्त जीएसटी पंकज लाल, ईओ संजय तिवारी सहित अन्य अधिकारी और बड़ी संख्या में व्यापारी उपस्थित थे। बैठक का उद्देश्य व्यापारियों की समस्याओं को सुनना और उन्हें सुलझाने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाना था।

जिलाधिकारी ने व्यापारियों से निरंतर संवाद बनाए रखने और उनकी समस्याओं के समाधान में पूर्ण सहयोग देने का वादा किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन व्यापारियों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा।

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