deoria News: देवरिया का युवक 18 साल बाद पहुंचा घर घरवालों में खुशी का माहौल।

जब किसी घर का वारिस बचपन में ही खो जाए तो आप सोच सकते हैं कि उस घर पर क्या गुजरती है, उष्मा पर क्या हो जाती है जिसने उस बच्चे को जन्म दिया इस दुनिया में सारे गम लोग सह लेते हैं लेकिन कुछ ऐसी गम होता है जो कभी भुला नहीं पाते है एक मां अपने संतान को कभी नहीं भूल सकती यह, नजारा देखने को मिला देवरिया जनपद में जब सोनू 18 साल बाद अपने घर पहुंचा तो माँ ने अपने लाडली बेटा को सीने से लगाकर आंसू बहाने लगी क्योंकि सोनू 18 साल पहले घर से गायब हो गया था जब घर लौटा तो माँ ने अपने बेटे को देखकर आंसू रोक नहीं पाई,

कहा जाता है कि माँ का ममता कभी कम नहीं होता है यही देखने को मिला देवरिया जनपद के बघौचघाट थाना क्षेत्र के कोइरी पट्टी गांव के रहने वाली सोनू यादव 18 वर्ष पूर्व रहस्यमय तरीके से घर से गायब हो गए थे घर वालों ने काफी खोजबीन किया लेकिन सोनू यादव का कहीं पता नहीं चला वही लोग बताते हैं कि सोनू यादव मंदबुद्धि के थे लेकिन सोनू यादव की माँ ने तलाश नहीं छोड़ी और किस्मत ने भी साथ दिया 18 साल पहले पिछड़ा सोनू अपने माता-पिता और घरवालों से आखिर मिल ही गया

18 साल तक सोनू कहां रहा किस हालात में रहा और किसने पहुंचाया घर

आपके भी मन में यह सवाल आ रहे होंगे कि 18 साल पहले जो बालक गायब हो गया था उसकी उम्र बहुत कम होगा तो अब कैसे इतने दिन तक जिंदा रह और कैसे अपने घर तक पहुंचा इसके पीछे की क्या है कहानी इस कहानी से पहले आपको विस्तार से बता दें कि सोनू किस हालात में रहस्यमय तरीके से घर से गायब हुआ था 18 साल पहले जब सोनू घर से गायब हो गया था तो घरवाले देवरिया जनपद से लेकर अन्य जनपद तक सोनू का तलाश किए यहां तक की पोस्टर भी लगाए लेकिन सोनू जब नहीं मिला तो घर वालों और सोनू के मां ने भगवान पर छोड़ दिया कि उसका सोनू एक दिन आएगा भगवान पर किया भरोसा सोनू की मां को सच में बदल गया सोनू आखिर 18 साल बाद घर आ गया

मिली जानकारी के अनुसार सोनू यादव भटकते भटकते माया नगरी मुंबई में पहुंच गया जहां एक होटल में कार्य करने लगा होटल में कार्य करते हुए सोनू का लंबा समय बीत गया तब एक एनजीओ को सोनू के बारे में पता चला एनजीओ के कार्यकर्ताओं ने सोनू से मिले ,एनजीओ का (नाम श्रद्धा फाउंडेशन ) संचालक अजय राजपूत के द्वारा सोनू यादव से पूछताछ किया गया सोनू यादव अपना घर का पता नहीं बता पा रहा था लेकिन उसने कहा कि देवरिया कंचनपुर जिसके बाद गूगल मैप की मदद से श्रद्धा फाउंडेशन के संचालक अजय राजपूत ने बघौचघाट थाने से संपर्क किया जिसके बाद कोरी पट्टी गांव कि ग्राम प्रधान को इस बात की पता चली फोटो देखकर ग्राम प्रधान ने सोनू को पहचान लिया जिसके बाद श्रद्धा फाउंडेशन के लोगों के द्वारा उसे सोनू के घर तक पहुंचाया गया।

सोनू यादव के पिता जनार्दन यादव ने बताया कि हम लोग उम्मीद छोड़ चुके थे कि हमारा बेटा हमसे दोबारा मिलेगा लेकिन श्रद्धा फाउंडेशन के लोगों की मदद से आज हमारा सोनू हमारे पास है वही कोइरी पट्टी गांव में खुशी का माहौल है लोगों को यह विश्वास नहीं हो रहा है कि 18 साल पहले गुम हुआ सोनू फिर वापस आ गया है वही माता पिता काफी खुश हैं

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