देवरिया, उत्तर प्रदेश – जिले में हाल ही में नियुक्त किए गए पुलिस अधीक्षक श्री विक्रांत वीर ने आज, 24 दिसंबर 2024, को पुलिस अधीक्षक कार्यालय का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य कार्यालय की व्यवस्थाओं का आकलन करना और उसे और अधिक व्यवस्थित बनाना था।

कार्यालय की विभिन्न शाखाओं का गहन निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक ने कार्यालय में स्थित विभिन्न शाखाओं का दौरा किया। उन्होंने हर शाखा में मौजूद व्यवस्थाओं का गहनता से मूल्यांकन किया।
- साफ-सफाई पर विशेष ध्यान: निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यालय की साफ-सफाई की स्थिति का जायजा लिया और इसे संतोषजनक बनाए रखने के निर्देश दिए।
- बिजली और पानी की व्यवस्था: बिजली और पानी की आपूर्ति की जांच की गई ताकि सभी कर्मचारियों को बिना किसी बाधा के सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
- अभिलेखों की जांच: कार्यालय में मौजूद अभिलेखों और दस्तावेजों का निरीक्षण कर उनके रख-रखाव पर विशेष जोर दिया गया।
कर्मचारियों को निर्देश
पुलिस अधीक्षक ने कार्यालय में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों से बातचीत की और उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करने की सलाह दी।
- प्रभावी कार्यप्रणाली की आवश्यकता: उन्होंने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए पुलिस कार्यालय का सुचारू रूप से चलना आवश्यक है।
- समय पर काम पूरा करने का निर्देश: अभिलेखों और अन्य कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए निर्देश दिए गए।
- शिकायत निवारण पर जोर: उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि जनता द्वारा की गई शिकायतों का त्वरित और प्रभावी समाधान हो।
तकनीकी उन्नति की योजना
पुलिस अधीक्षक ने कार्यालय में तकनीकी सुविधाओं के विस्तार पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक का उपयोग करके पुलिस की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।
- डिजिटलीकरण पर बल: सभी अभिलेखों और शिकायतों को डिजिटल रूप में संग्रहित करने के लिए कदम उठाने की बात कही गई।
- सीसीटीवी कैमरों का विस्तार: कार्यालय परिसर और अन्य संवेदनशील स्थानों पर अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए।
पुलिस अधीक्षक का विजन
देवरिया के पुलिस अधीक्षक का विजन है कि जिले को कानून व्यवस्था के मामले में राज्य के अग्रणी जिलों में शामिल किया जाए। इसके लिए उन्होंने निम्नलिखित बातों पर जोर दिया:
- जनता के साथ संवाद: पुलिस और जनता के बीच विश्वास बहाल करने के लिए नियमित संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- सामुदायिक पुलिसिंग: स्थानीय स्तर पर लोगों को सुरक्षा और अपराध नियंत्रण में भागीदार बनाने की योजना बनाई गई है।
- कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान: पुलिसकर्मियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने का आश्वासन दिया गया।
अपराध नियंत्रण पर फोकस
पुलिस अधीक्षक ने निरीक्षण के दौरान यह भी कहा कि जिले में अपराध नियंत्रण उनकी प्राथमिकता में सबसे ऊपर है। उन्होंने अपराधियों पर नकेल कसने और कानून व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए विशेष योजनाएं बनाने की बात कही।
- गश्त बढ़ाने का निर्देश: उन्होंने जिले में गश्त बढ़ाने और संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस की उपस्थिति को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
- मॉडर्न पुलिसिंग की दिशा में कदम: पुलिस कर्मियों को आधुनिक तकनीक और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
जनता के लिए संदेश
निरीक्षण के बाद पुलिस अधीक्षक ने जनता के लिए संदेश देते हुए कहा, “पुलिस का उद्देश्य जनता की सेवा करना और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाना है। हम सभी नागरिकों से सहयोग की अपील करते हैं ताकि देवरिया को एक सुरक्षित और अपराध-मुक्त जिला बनाया जा सके।”
पुलिस अधीक्षक का यह निरीक्षण एक सकारात्मक कदम है, जो जिले में प्रशासनिक व्यवस्था और पुलिस कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगा। इस पहल से न केवल पुलिस कार्यालय के कामकाज में सुधार होगा, बल्कि जनता के साथ पुलिस के संबंधों को भी मजबूत किया जा सकेगा।
यह खबर AI के द्वारा लिखा गया है