देवरिया, 29 जून 2025 — देवरिया पुलिस की साइबर क्राइम रोकथाम की दिशा में बड़ी सफलता सामने आई है। जनपद की सर्विलांस सेल ने अथक प्रयासों के बाद 118 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 12 लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस अधीक्षक श्री विक्रान्त वीर के निर्देश पर यह सराहनीय कार्रवाई की गई।

पुलिस अधीक्षक देवरिया श्री विक्रान्त वीर द्वारा गुमशुदा मोबाइल की शिकायतों के निस्तारण हेतु सर्विलांस सेल को निर्देशित किया गया था। निर्देश मिलते ही सर्विलांस टीम ने तकनीकी विश्लेषण और निरंतर निगरानी के जरिए कार्रवाई तेज कर दी। इसके परिणामस्वरूप कुल 118 मोबाइल फोन सफलतापूर्वक ट्रेस कर बरामद किए गए।
बरामद मोबाइल फोन आज दिनांक 29 जून को पुलिस कार्यालय में संबंधित स्वामियों को विधिवत सुपुर्द किए गए। इस अवसर पर एक सभा का आयोजन भी किया गया, जिसमें पुलिस अधीक्षक श्री विक्रान्त वीर ने उपस्थित लोगों को साइबर अपराध के खतरों के बारे में जागरूक किया।
साइबर सुरक्षा को लेकर दी गई महत्वपूर्ण जानकारी
इस अवसर पर श्री विक्रान्त वीर ने कहा कि आज के समय में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। अपराधी सोशल मीडिया, फर्जी कॉल्स, ई-मेल और फर्जी ऐप्स के माध्यम से लोगों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने आगंतुकों से अपील की कि वे किसी भी अनजान लिंक या कॉल पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
उन्होंने बताया कि मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट्स के जरिए की जा रही ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए पुलिस विभाग सतर्क है और आम नागरिकों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
श्री वीर ने यह भी जानकारी दी कि साइबर अपराध से जुड़ी किसी भी शिकायत के लिए नागरिक 1930 हेल्पलाइन नंबर या 112 डायल कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
बरामद मोबाइल फोन का ब्रांडवार विवरण:
- MI – 15
- Samsung – 16
- Vivo – 23
- Realme – 12
- Oppo – 19
- Tecno – 18
- Infinix – 9
- Motorola – 6
बरामदगी में शामिल पुलिस टीम:
- निरीक्षक सादिक परवेज, प्रभारी सर्विलांस सेल देवरिया
- उपनिरीक्षक दीपक कुमार, प्रभारी एसओजी देवरिया
- मुख्य आरक्षी विमलेश सिंह, सर्विलांस सेल देवरिया
- मुख्य आरक्षी सुधीर कुमार मिश्र, सर्विलांस सेल देवरिया
- आरक्षी सुमंत यादव, सर्विलांस सेल देवरिया
देवरिया पुलिस की इस उपलब्धि से न सिर्फ लोगों की खोई हुई संपत्ति वापस मिली है, बल्कि जनपदवासियों में पुलिस के प्रति विश्वास भी और अधिक मजबूत हुआ है। यह कार्रवाई साइबर अपराध की रोकथाम और तकनीकी दक्षता का बेहतरीन उदाहरण है।