देवरिया जनपद के भुजौली कॉलोनी स्थित एक विवाह भवन में नवरात्रि के पावन अवसर पर नवमी के दिन 1008 कुंवारी कन्याओं का भव्य भोज आयोजित किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य देवी रूप में मानी जाने वाली कन्याओं की पूजा-अर्चना कर उनका सम्मान करना था। धार्मिक मान्यता के अनुसार, नवमी के दिन माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कन्याओं को देवी स्वरूप मानकर उन्हें भोज करवाया जाता है और उन्हें अंग वस्त्र भेंट कर आशीर्वाद लिया जाता है। इसी परंपरा का पालन करते हुए देवरिया जनपद में यह भव्य आयोजन किया गया, जिसमें बजरंगी मणि ने मुख्य भूमिका निभाई और इजराफिल अली उर्फ गब्बर का विशेष सहयोग रहा।
कन्या भोज में 1008 कन्याओं को कराया गया भोजन
नवमी के इस पावन अवसर पर भुजौली कॉलोनी के विवाह भवन में 1008 कुंवारी कन्याओं को भोजन करवाया गया और उन्हें अंग वस्त्र भेंट किए गए। इस धार्मिक आयोजन की शुरुआत बजरंगी मणि के नेतृत्व में हुई, जिन्होंने पहले 501 कन्याओं को भोज कराने का संकल्प लिया था। परंतु माता दुर्गा की कृपा से कार्यक्रम का स्वरूप बढ़ते हुए 1008 कन्याओं तक पहुँच गया। इस दौरान कन्याओं को न केवल भोजन कराया गया, बल्कि उन्हें सम्मान स्वरूप अंग वस्त्र, कॉपी, कलम आदि उपयोगी वस्तुएं भी भेंट की गईं।
बजरंगी मणि ने इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कहा, “हमारे देश में बेटियों को लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। इसी श्रद्धा और विश्वास के चलते आज कन्या भोज का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत भी किया गया है, ताकि समाज में बेटियों के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके। हमें गर्व है कि 501 कन्याओं के भोज की व्यवस्था से शुरू हुआ यह कार्यक्रम 1008 कन्याओं तक पहुँच गया।”
ईसराफिल अली ने दिया धर्मनिरपेक्षता का संदेश
इस आयोजन में सहयोग देने वाले ईसराफिल अली उर्फ गब्बर ने मीडिया से बातचीत के दौरान अपने विचार साझा करते हुए कहा, “मेरी श्रद्धा सभी धर्मों के प्रति समान है। चाहे कोई भी धार्मिक कार्यक्रम हो, मैं उसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता हूँ, क्योंकि मेरे लिए सभी धर्म बराबर हैं। हमारे देश भारत में सभी को धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त है, और इसी स्वतंत्रता के तहत मैं हर धर्म के कार्यक्रम में भाग लेता हूँ। आज मुझे खुशी हो रही है कि मुझे इस बड़े आयोजन में सहयोग करने का मौका मिला। मैं जाति-पाती और धर्म में भेदभाव नहीं करता हूँ, क्योंकि हमारे लिए सबसे बड़ा धर्म मानवता है।”
ईसराफिल अली का यह संदेश न केवल आयोजन के महत्व को बढ़ाता है, बल्कि समाज में आपसी भाईचारे और सद्भावना को भी मजबूत करता है। उनके इस विचार से यह साफ हो जाता है कि धर्मनिरपेक्षता और एकता की भावना ही हमारे देश की असली पहचान है।
पूर्व सांसद डॉक्टर रमापति राम त्रिपाठी और नगर पालिका अध्यक्ष की मौजूदगी
इस भव्य आयोजन में कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति भी रही। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद डॉक्टर रमापति राम त्रिपाठी और देवरिया नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह ने भी शिरकत की। उन्होंने इस आयोजन की सराहना की और इसे समाज में बेटियों के प्रति सम्मान और जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया। पूर्व सांसद डॉक्टर रमापति राम त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा, “बेटियां समाज की रीढ़ होती हैं और उनके बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। इस तरह के आयोजनों से समाज में बेटियों के प्रति सम्मान की भावना और अधिक मजबूत होती है।”
नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह ने भी इस आयोजन की प्रशंसा की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम होते हैं। उन्होंने बजरंगी मणि और इजराफिल अली के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से समाज में बेटियों के महत्व को समझा जा सकता है और उनके अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक किया जा सकता है।
कार्यक्रम का सामाजिक और धार्मिक महत्व
इस भव्य कन्या भोज का आयोजन नवरात्रि के पावन अवसर पर किया गया, जो भारतीय समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। नवरात्रि के दौरान माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है और नवमी के दिन कन्याओं को देवी के रूप में पूजने की परंपरा है। इस परंपरा के तहत कन्याओं का सम्मान किया जाता है और उन्हें भोज करवाकर आशीर्वाद लिया जाता है।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी इसका बड़ा महत्व है। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत किए गए इस कार्यक्रम ने समाज में बेटियों के महत्व को पुनः स्थापित करने का काम किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने इस बात पर जोर दिया कि बेटियों को शिक्षा और समान अवसर प्रदान करने के लिए समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।
आयोजन की सफलता और भविष्य की योजना
इस कार्यक्रम की सफलता का श्रेय बजरंगी मणि और इजराफिल अली के प्रयासों को जाता है, जिन्होंने इस भव्य आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न किया। कार्यक्रम में 1008 कुंवारी कन्याओं को भोजन कराने और उन्हें सम्मानित करने का यह प्रयास समाज में एक नई दिशा देने का काम करता है। इस आयोजन के बाद बजरंगी मणि ने कहा कि वे भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे, ताकि समाज में बेटियों के प्रति सम्मान और सुरक्षा को बढ़ावा मिल सके।
इस आयोजन के समापन पर सभी उपस्थितों ने इस भव्य कन्या भोज की सराहना की और इसे एक आदर्श पहल के रूप में देखा। कन्याओं के सम्मान और सुरक्षा को प्राथमिकता देने का यह आयोजन समाज में सकारात्मक संदेश छोड़ता है और सभी को बेटियों के महत्व को समझने और उनके प्रति जागरूक होने की प्रेरणा देता है।
इस प्रकार, देवरिया जनपद के भुजौली कॉलोनी में आयोजित इस भव्य कन्या भोज ने समाज में बेटियों के सम्मान और उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देने के महत्व को फिर से स्थापित किया।