देवरिया जिले के सठियांव गांव की बेटी के नीट मे सफलता मिलने पर ग्रामवासियों सहित परिजनों मे खुशी की लहर है। सठियांव की रहने वाली रागिनी यादव ने नीट की परीक्षा मे 665 अंक प्राप्त कर 3801वां रैंक हासिल किया है।
रागिनी का यह दूसरा प्रयास था। रागिनी ने बताया इसके लिए उसने नियमित दस घंटे पढाई की। वहीं रागिनी की प्राथमिक से लेकर इण्टरमीडिएट की पढाई गांव के ही विद्यालय से की है। नीट के लिए एक साल उसने कोटा के निजी कोचिंग संस्थान से तैयारी की । रागिनी के पिता रामनिवास यादव भी अध्यापक हैं । रागिनी ने बताया कि उसकी सफलता मे पिता की भी मेहनत शामिल है। रागिनी ने बताया कि वह शुरू से ही चिकित्सक बनकर लोगों की सेवा करना चाहती थी।
आपको बता दें कि बड़े-बड़े शहरों में बड़े-बड़े इंस्टिट्यूट में बच्चों का भरमार लगा रहता है और उनके गार्जियन उनके ऊपर लाखों खर्चे कर उन्हें पढ़ाते हैं कि मेरा बच्चा आगे कुछ अपने भविष्य में अच्छा कर सकें लेकिन वही गांव में अच्छी सुविधा नहीं मिल पाने के बावजूद भी बच्चे अपनी मेहनत के बल पर अच्छे मुकाम हासिल करते हैं ऐसे ही देवरिया के सठियांव गांव की बेटी रागिनी यादव पूरे देवरिया जिला में नीट कि परीक्षा में तीसरा नंबर हासिल की है
देवरिया जिला के सठियांव गांव की बेटी गांव में ही अपने इंटर तक की पढ़ाई पूरी की है और यह अपने हालातों से गुजरते हुए गांव की सारे कामों को करते हुए इस मुकाम को मेहनत के बल पर हासिल किया है वहीं क्षेत्र के लोग बी काफी गरवन्ती महसूस कर रहे हैं कि गांव की लड़की सारे काम काज करके अपना मुकाम हासिल की है तो यह अन्य लड़कियों के लिए एक प्रेरणा की बात है ग्रामीण क्षेत्र में लड़कियों के लिए पढ़ाई में गार्जियन का रुचि कम रहता है अब इस बेटी के को देखकर अन्य ग्रामीण क्षेत्र के गार्जियन तथा विद्यार्थियों को भी प्रेरणा मिलेगा कि घर का हर काम काज करते हुए यहां तक कि ग्रामीण क्षेत्रों के जितने भी कार्य होते हैं जैसे भैंस को खिलाना अन्य सभी चीजों को करते हुए अपनी मेहनत के बल पर इस मुकाम को हासिल की है
नीट फुल फॉर्म NEET in Hindi
नीट का फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (National Eligibility cum Entrance Test- NEET) है। हिंदी में इसे राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा कहते हैं। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ऑफलाइन मोड में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) का आयोजन हर वर्ष करती है।
आखिर नीट होता क्या है
भारत में चिकित्सा-स्नातक के पाठ्यक्रमों (एमबीबीएस , बीडीएस आदि) में प्रवेश पाने के लिये एक अर्हक परीक्षा (qualifying entrance examination) होती है जिसका नाम राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट NEET ) है।[1] भारतीय चिकित्सा परिषद (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) और भारतीय दन्त परिषद (डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया) की मंजूरी से देश भर में चल रहे मेडिकल और डेंटल कॉलेजों (सरकारी या निजी) के एमबीबीएस ( MBBS ) बीडीएस (BDS), आयुष (AYUSH), पशु वेटनरी (BVsc) पाठ्यक्रमों में प्रवेश इसी परीक्षा के परिणाम के आधार पर होता है।