नई दिल्ली, 23 मई 2024: प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के तहत छोटे और मध्यम उद्योगों को शुरू करने के लिए सरकार 10 लाख रुपये तक का लोन प्रदान कर रही है। इस योजना का उद्देश्य स्वरोजगार को बढ़ावा देना और ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में रोजगार सृजन करना है।
योजना के मुख्य बिंदु:
लोन की राशि और सब्सिडी:
इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 35% और शहरी क्षेत्रों के लिए 25% सब्सिडी दी जाएगी। इससे लाभार्थियों को लोन का बड़ा हिस्सा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा, जिससे वे आसानी से अपने उद्यम को शुरू कर सकते हैं।
आवेदन की योग्यता:
PMEGP लोन के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए। आवेदक के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है। इसके अलावा, व्यवसाय शुरू करने के लिए आवश्यक अन्य दस्तावेज भी प्रस्तुत करने होंगे, जैसे कि बिजनेस प्लान, बैंक पासबुक, और शैक्षिक प्रमाणपत्र।
लाभार्थियों के लिए विशेष प्रावधान:
इस योजना में अनुसूचित जाति/जनजाति, अल्पसंख्यक समुदायों, और महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। इन श्रेणियों के आवेदकों को सब्सिडी और लोन की प्रक्रिया में प्राथमिकता दी जाएगी।
आवेदन प्रक्रिया:
PMEGP लोन के लिए आवेदन ऑनलाइन किया जा सकता है। आवेदकों को खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) की वेबसाइट पर जाकर आवश्यक जानकारी भरनी होगी और दस्तावेज अपलोड करने होंगे। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, संबंधित अधिकारियों द्वारा दस्तावेजों की जांच की जाएगी और योग्य आवेदकों को लोन प्रदान किया जाएगा।
लोन की वापसी:
लोन की वापसी के लिए सरल और सुविधाजनक व्यवस्था की गई है। लाभार्थियों को 3 से 7 साल के भीतर लोन की राशि वापस करनी होगी। लोन की राशि और अवधि के आधार पर मासिक किस्तें तय की जाएंगी।
योजना के उद्देश्य:
PMEGP योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में उद्यमिता को प्रोत्साहित करती है, जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित होते हैं और आर्थिक विकास को बल मिलता है।
सरकार की पहल:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि “PMEGP योजना हमारे युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे वे अपने उद्यम को शुरू कर सकेंगे और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दे सकेंगे।”
अर्थशास्त्रियों की राय:
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि PMEGP योजना से छोटे और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यह योजना ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार सृजन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
लाभार्थियों
PMEGP योजना के तहत लोन प्राप्त करने वाले लाभार्थियों ने अपनी संतुष्टि जाहिर की है। उनका कहना है कि इस योजना से उन्हें अपने व्यवसाय को शुरू करने में बहुत मदद मिली है। एक लाभार्थी, रमेश कुमार, ने बताया कि “इस योजना से मुझे अपने गांव में एक छोटे उद्योग को शुरू करने में मदद मिली। मैं सरकार धन्यवाद करता हूं।”
PMEGP योजना स्वरोजगार को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास को सुदृढ़ करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे न केवल युवाओं को अपने उद्यम को शुरू करने में मदद मिलेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। इस योजना के माध्यम से, सरकार आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।