नाहन हिमाचल प्रदेश का एक आकर्षक हिल स्टेशन है, जो अपने हरी-भरी हरियाली, ठंडे मौसम और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का वातावरण पर्यटकों को किसी और ही दुनिया में ले जाता है। नाहन में कई दर्शनीय स्थल हैं, जो इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाते हैं।
प्रमुख आकर्षण:
- रेणुका झील:
- विशेषता: यह हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील है और इसका नाम देवी रेणुका के नाम पर रखा गया है।
- क्या करें: यहां पर्यटक बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। झील के किनारे का शांत वातावरण और हरे-भरे पेड़ पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
- सुकेती फॉसिल पार्क:
- विशेषता: यह एशिया का पहला फॉसिल पार्क है, जहाँ प्राचीन जीवाश्म देखे जा सकते हैं।
- क्या देखें: यहां विभिन्न प्रकार के जीवाश्म प्रदर्शित किए गए हैं, जो लाखों साल पुराने हैं। यह स्थल शैक्षिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है।
- जैतक किला:
- विशेषता: यह किला गोरखा युद्ध के दौरान बनाया गया था और नाहन की ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है।
- क्या करें: यहां से आसपास के मनोरम दृश्य देख सकते हैं और किले के ऐतिहासिक महत्व के बारे में जान सकते हैं।
- चूड़धार चोटी:
- विशेषता: यह चोटी ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए एक बेहतरीन स्थान है।
- क्या करें: ट्रेकिंग का आनंद लें और चोटी से दिखने वाले सुंदर दृश्यों का अनुभव करें। यह चोटी श्रीकृष्ण से जुड़े कई पौराणिक कथाओं के लिए भी प्रसिद्ध है।
देहरादून, उत्तराखंड:
देहरादून उत्तराखंड की राजधानी है और यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शैक्षिक संस्थानों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। शिवालिक पहाड़ियों से घिरा यह शहर पर्यटकों के लिए एक आदर्श गंतव्य है।
प्रमुख आकर्षण:
- फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (FRI):
- विशेषता: यह भारत के प्रमुख वन अनुसंधान संस्थानों में से एक है।
- क्या देखें: इसकी शानदार इमारत और विस्तृत संग्रहालय, जो वनस्पति, जीव-जंतु और वन प्रबंधन से संबंधित जानकारी प्रदान करते हैं।
- इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA):
- विशेषता: यह भारत के सेना अधिकारियों के प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र है।
- क्या करें: यहां का भव्य परिसर और सेना प्रशिक्षण की झलक देख सकते हैं। सालाना पासिंग आउट परेड एक प्रमुख आकर्षण है।
- रॉबर्स की गुफा:
- विशेषता: यह एक प्राकृतिक गुफा है जहाँ से एक जलधारा गुजरती है।
- क्या करें: गुफा के अंदर चलने का अनोखा अनुभव लें और यहां की ठंडी जलधारा का आनंद लें।
- टपकेश्वर मंदिर: