देवरिया जनपद के लार क्षेत्र के रहने वाले अंशुमान सिंह कि शहीद होने की खबर मिलते हैं उनके गांव बरडीहा दलपत गांव में कोहराम मच गया आखिर भारत के रक्षा करने वाली देवरिया के लाल कैसे हुए शहीद क्या है पूरी कहानी इसके बारे में हम आपको नीचे बताएंगे,
आपको बता दें कि बुधवार को सियाचिन ग्लेशियर स्थित आर्मी कैंप में आग लग गई थी आग में देवरिया जनपद के लाल कैप्टन अंशुमान सिंह इस बड़े हादसे में शहीद हो गए जिनके बारे में बताया जाए तो इनके पिता भी सेना में थे ।
कैप्टन अंशुमान सिंह के निधन की खबर मिलते ही उनके पैतृक गांव बरडीहा दलपत में कोहराम मच गया । लोग इस हृदय विदारक घटना पर शोक व्यक्त कर रहे थे । करीब चार साल पूर्व अंशुमान अपने पिता के साथ आखिरी बार बरडीहा दलपत आए थे । आस पास के लोग
उन्हें याद कर भावुक हो जा रहे थे ।
कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता रवि प्रताप उर्फ अखिलेश प्रताप सिंह सेना से सूबेदार पद से रिटायर्ड हैं । नौकरी में रहने के दौरान ही उन्होंने लखनऊ के राजाजी पुरम में उदेश्वर मंदिर के
पास अपना मकान बनवा लिया था । वे पत्नी व बच्चों के साथ वहीं रहते हैं । अंशुमान की शिक्षा लखनऊ में ही हुई । बाद में वे सेना में रेजीमेंट
चिकित्सा अधिकारी के पद पर भर्ती हो गए । अंशुमान सिंह की शादी फरवरी 2023 में हुआ था । पैतृक गांव में दादा सत्यनारायण सिंह, दादी के अलावा चाचा रहते हैं । बुधवार की दोपहर पिता रविप्रताप सिंह के मोबाइल पर
रेजीमेंट से फोन आया । अधिकारियों ने उन्हें जैसे ही सियाचीन में हुए हादसे के बारे में बताया घर में कोहराम मच गया । उस समय रविप्रताप सिंह अपने लखनऊ स्थित आवास पर ही पत्नी के साथ थे । उन्होंने अन्य परिजनों को घटना के बारे में जानकारी दी । वही अब उनके पैतृक गांव मे शोक सवेदना व्यक्त करने लोग पहुंच रहे है । इस बाबत ग्रामीणों में जनप्रतिनिधियों के प्रति काफी आक्रोश था उनका कहना था की अभी तक कोई नेता मंत्र या विधायक नही पहुंचा । ग्रामीणों ने बताया की वह काफ़ी होनहार लड़के थे उनके शहीद होने पुरे क्षेत्र मे शोक की लहर है