Deoria news गंडक नदी में पकड़ी मछली तो हो सकता है जेल जाने कारण

उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में अगर आप भी मछली पकड़ने के शौकीन हैं तो हो जाएं सावधान वह भी छोटी गंडक नदी में क्योंकि समय-समय पर सरकार के द्वारा नदियों में मछली छोड़ा जाता है जिसका उद्देश्य सिर्फ एक ही होता है नदी के पानी को स्वच्छ बनाए रखना जो मछली सरकार के द्वारा छोडी जा रही हैं उन मछलियों को पकड़ने के लिए एक नियम है अगर आप यह रूल फॉलो नहीं करते हैं तो हो सकती है कानूनी कार्रवाई नीचे आपको आर्टिकल में सब बताएंगे कि मछली को पकड़े और किस मछली को नहीं पकड़े

देवरिया के गंडक नदी में मछली क्यों ना पकडे ।

केंद्र सरकार मछुआरा समाज को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य संपदा योजना के तहत नदियों में मछली छोड़ रही है जिसे पकड़कर मछुआरे समाज का रोजी रोटी चलेगा और नदी स्वच्छ रहेगी लेकिन मछलियों को पकड़ने के लिए गाइडलाइन भी तय किया गया है अगर कोई मछुआरा 300 ग्राम से कम की मछली पकड़ता है तो और पकड़ते हुए पकड़ा जाता है तो कार्रवाई हो सकता है मत्स्य अधिकारी देवरिया ने कुछ दिन पहले मीडिया से बातचीत करते हुए बताए 300 ग्राम से कम की मछली पकड़ने वाले पर हो सकती है कार्रवाई । क्योंकि जो मछली छोटी गंडक नदी में छोड़ी गई हैं जब वह बड़ी हो जाएंगी तो मछुआरे समाज के लोगों को अच्छा खासा मुनाफा मिलेगा और नदी भी साफ रहेगी अब आप जब भी छोटी गंडक नदी में मछली पकड़ने जाएं इस बात का ध्यान रखें कि जो बड़ी प्रजातियां के मछली हैं जिनका वजन 1 से दो-तीन किलो तक होता है उनके बच्चों को ना पकड़े क्योंकि वह बच्चे जब बड़े होंगे तो मछुआरा समाज के लोगों को ही उसका लाभ मिलेगा और छोटी गंडक नदी में कुछ दिन पहले रामपुर कारखाना के विधायक सुरेंद्र चौरसिया के द्वारा मछली के बच्चे छोड़े गए था जिसका उद्देश्य है छोटी गंडक नदी को स्वक्ष रखना और मछुआरे समाज के लोगों को लाभ पहुंचाना

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप अपने मत्स्य अधिकारी देवरिया या अपने जिले में संपर्क कर सकते हैं

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