ओडिशा: रविवार को पूर्वी तट रेलवे के खुरदा मंडल में एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। एसएमवीटी बेंगलुरु – कमाख्या एसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12551) के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। हालांकि, इस घटना में किसी भी यात्री की जान नहीं गई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ। यह घटना खुर्दा रोड डिवीजन के कटक-नरगुंडी रेलवे सेक्शन में रविवार सुबह 11:54 बजे हुई।

कैसे हुआ हादसा?
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन बेंगलुरु से गुवाहाटी की ओर जा रही थी, तभी अचानक पटरी से 11 डिब्बे उतर गए। इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन तुरंत हरकत में आया और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। मौके पर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया।
रेलवे विभाग के अनुसार, हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। हालांकि, शुरुआती रिपोर्ट में यह आशंका जताई जा रही है कि ट्रैक में किसी तकनीकी खराबी या ढीले जॉइंट्स की वजह से यह हादसा हुआ हो सकता है। रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर पटरियों की जांच कर रही है।
मौके पर पहुंचे रेलवे अधिकारी
रेलवे अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। हालांकि, रेलगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने के कारण मार्ग प्रभावित हुआ और कई ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा। रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था भी की।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्वी तट रेलवे के अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द पटरियों को ठीक कर यातायात सुचारु किया जाएगा।
यात्रियों को हुई परेशानी
हादसे के बाद ट्रेन में सवार यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों ने बताया कि घटना के दौरान ट्रेन अचानक झटके के साथ रुक गई और डिब्बों में कंपन महसूस हुआ। हालांकि, किसी को कोई चोट नहीं आई, लेकिन कुछ यात्रियों को हल्की मोच और घबराहट की समस्या हुई।
रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। प्रभावित यात्रियों और उनके परिजनों को किसी भी तरह की जानकारी के लिए रेलवे के कंट्रोल रूम से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
पिछले कुछ वर्षों में हुए रेल हादसे
भारत में हाल के वर्षों में कई रेल हादसे हुए हैं, जिनमें से कुछ बेहद गंभीर थे। हालांकि, इस बार सौभाग्य से बड़ा नुकसान होने से बच गया। इससे पहले, 2023 में ओडिशा के बालासोर में भीषण ट्रेन हादसा हुआ था, जिसमें करीब 300 लोगों की मौत हुई थी और हजारों यात्री घायल हुए थे।
रेलवे की प्रतिक्रिया
रेलवे ने कहा है कि हादसे की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है, जो यह पता लगाएगी कि हादसा तकनीकी खराबी, ट्रैक फेलियर, या किसी अन्य कारण से हुआ। साथ ही रेलवे ने ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
यात्रियों के लिए जरूरी निर्देश
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान किसी भी संदिग्ध गतिविधि, रेलवे ट्रैक पर गड़बड़ी या अन्य सुरक्षा संबंधी मुद्दों की जानकारी तुरंत रेलवे हेल्पलाइन को दें। यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे अपनी सुरक्षा प्रणाली को और मजबूत करेगा।