देवरिया, उत्तर प्रदेश। भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश शासन के “रोजगार से समृद्धि” के संकल्प को साकार करते हुए, जिले के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड (NSIC) तथा जिला सेवायोजन कार्यालय, देवरिया के संयुक्त प्रयासों से गुरुवार को लाइवलीहुड बिजनेस इन्क्यूबेटर, सोंदा में एक दिवसीय निःशुल्क रोजगार मेले का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 352 अभ्यर्थियों ने भाग लिया, जिनमें से 6 प्रतिष्ठित कंपनियों द्वारा 156 युवाओं का प्रारंभिक चयन किया गया।
मुख्य अतिथियों ने किया युवाओं का उत्साहवर्धन
कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रत्यूष पांडेय ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “सरकार का लक्ष्य केवल रोजगार देना नहीं, बल्कि युवाओं को स्वावलंबी बनाना है। इस मेले के माध्यम से हमने उद्योगों और प्रतिभाओं के बीच सीधा सेतु बनाया है।” उनके साथ इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव श्री जे.पी. जायसवाल तथा स्थानीय उद्यमी श्री विजय कुशवाहा ने भी युवाओं को कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
चयन प्रक्रिया एवं कंपनियों की भूमिका
मेले में इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग, और ऑटोमोबाइल क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों ने भाग लिया। चयन प्रक्रिया सुबह 10 बजे शुरू हुई और अपराह्न 2 बजे तक संपन्न हुई, जिसमें युवाओं की योग्यता, अनुभव, और तकनीकी कौशल का मूल्यांकन किया गया। चयनित 156 अभ्यर्थियों को अगले सप्ताह से प्रशिक्षण प्रारंभ होने की सूचना दी गई है।
संयोजकों ने दिया सफलता का मंत्र
कार्यक्रम के संयोजक श्री रोहित सिंह (उप प्रबंधक, NSIC) ने कहा, “यह मेला युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर था। जिन्हें चयन नहीं मिला, वे हार न मानें और अपने कौशल को निखारें।” वहीं श्री रोहन अपूर्व सिन्हा (जिला सेवायोजन अधिकारी) ने बताया कि ऐसे मेलों का आयोजन नियमित रूप से जारी रहेगा।
सुरक्षा एवं प्रबंधन में रही अहम भूमिका
इस आयोजन की सफलता में पुलिस विभाग के सदस्यों का योगदान उल्लेखनीय रहा। उपनिरीक्षक वंदना वर्मा के नेतृत्व में हेड कॉन्स्टेबल अभिनव यादव एवं कॉन्स्टेबल आशीष सिंह यादव ने व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही, NSIC के श्री हिमांशु, गौरव, सिद्दीकी, शहनवाज तथा सेवायोजन विभाग के कर्मचारियों ने सहयोगात्मक भूमिका निभाई।
निष्कर्ष: रोजगार की नई उम्मीद
इस मेले ने न केवल युवाओं को रोजगार के अवसर दिए, बल्कि स्थानीय उद्योगों को प्रतिभाशाली कर्मचारियों से जोड़ने में भी सफलता प्राप्त की। जिला प्रशासन ने घोषणा की है कि ऐसे आयोजनों को प्रदेश के अन्य जिलों में भी विस्तारित किया जाएगा। यह पहल यूपी सरकार के “एक जिला-एक उत्पाद” के विजन को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।