देवरिया: दीपावली और अन्य त्योहारों के मद्देनजर, मिलावटी मिठाइयों के निर्माण पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से, जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल के निर्देशानुसार सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय जनपद देवरिया द्वारा विशेष प्रवर्तन दल का गठन किया गया। इस दल का नेतृत्व मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजीव मिश्र ने किया। इसी क्रम में सोनबरसा रोड, सलेमपुर स्थित एक मिठाई निर्माण इकाई पर छापेमारी की गई, जिसमें बड़े पैमाने पर मिलावटी मिठाइयां बनाते हुए पाया गया।
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छापेमारी का विवरण
छापेमारी के दौरान दल ने पाया कि कारखाने में विभिन्न प्रकार की मिठाइयों का निर्माण किया जा रहा था, जिनमें चमचम, खोया, गुलाब जामुन, छेना मिठाई और सोनपापड़ी जैसी मिठाइयाँ शामिल थीं। इन मिठाइयों में मिलावटी पदार्थों के प्रयोग का संदेह होने के कारण नमूने संग्रहित किए गए। दल ने बासी पाए जाने पर लगभग 01 क्विंटल मिठाइयों को नष्ट करने का निर्णय लिया। साथ ही, कारखाने में 20 पैकेट साइट्रिक एसिड भी बरामद हुए, जिन्हें नष्ट किया गया।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की सक्रियता
इसके अतिरिक्त, सलेमपुर के रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित एक मिठाई की दुकान से खोवा और छेना मिठाई के एक-एक नमूने भी जांच के लिए संग्रहित किए गए। इन सभी नमूनों को मिलावट की जांच हेतु झांसी स्थित खाद्य विश्लेषक प्रयोगशाला को भेजा गया है। दल ने यह सुनिश्चित किया कि सभी सामग्री सुरक्षित रूप से एकत्र की जाए और समय पर परीक्षण के लिए भेजी जाए।
दल के सदस्य
इस विशेष अभियान में खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रेमचंद्र, श्रीराम यादव, घनश्याम वर्मा, मानवेंद्र कुमार, और राजू पाल भी शामिल थे, जिन्होंने सतर्कता से अपने कार्यों का निष्पादन किया। इस छापेमारी का उद्देश्य त्योहारों के दौरान नागरिकों को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना था। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जिले में मिलावट पर कठोर कदम उठाए जाएंगे, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
इस कार्यवाही से यह स्पष्ट होता है कि देवरिया प्रशासन मिलावटखोरों पर निगरानी बनाए हुए है, ताकि आम जनमानस के स्वास्थ्य पर कोई भी प्रतिकूल असर न पड़े। इस प्रकार की प्रवर्तन कार्यवाहियां आगे भी जारी रहेंगी ताकि नागरिकों को शुद्ध और सुरक्षित मिठाइयां मिल सकें।