गोरखपुर में असुरन चौराहे से पिपराइच तक फोरलेन सड़क निर्माण की योजना में बड़ा बदलाव किया गया है। उत्तर प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इस परियोजना के पहले से जारी टेंडर को रद्द कर दिया है। यह निर्णय सड़क की चौड़ाई में संशोधन के कारण लिया गया है। पहले इस सड़क की चौड़ाई 27.5 मीटर थी, जिसे अब 20.5 मीटर किया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप बालापार से गांगी बाजार तक के सड़क टेंडर भी रद्द कर दिए गए हैं।
परियोजना की पृष्ठभूमि
गोरखपुर में असुरन चौराहे से पिपराइच तक की फोरलेन सड़क परियोजना लंबे समय से चर्चा में है। इस सड़क का निर्माण शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने और आवागमन को सुगम बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा था। परियोजना के तहत आधुनिकतम तकनीकों का उपयोग कर सड़क निर्माण की योजना बनाई गई थी, जिससे यातायात जाम की समस्या को कम किया जा सके।
टेंडर रद्द करने का कारण
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार, टेंडर रद्द करने का मुख्य कारण सड़क की चौड़ाई में संशोधन है। पहले सड़क की चौड़ाई 27.5 मीटर प्रस्तावित थी, जिसे अब 20.5 मीटर किया गया है। इस संशोधन के बाद पुराने टेंडर को रद्द कर नई योजना के तहत पुनः टेंडर जारी करने का निर्णय लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इस बदलाव से परियोजना की लागत में कमी आएगी और निर्माण कार्य अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा।
टेंडर रद्द होने और सड़क की चौड़ाई में बदलाव की खबर सुनकर स्थानीय लोग मिश्रित प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं, क्योंकि इससे परियोजना की लागत कम होगी और निर्माण कार्य तेजी से पूरा होगा। वहीं, कुछ लोग इस बात से चिंतित हैं कि सड़क की चौड़ाई कम होने से भविष्य में यातायात जाम की समस्या बढ़ सकती है।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य गोरखपुर की यातायात व्यवस्था को सुधारना है। सड़क चौड़ी होने से आवागमन सुगम होगा और शहर के प्रमुख मार्गों पर यातायात का दबाव कम होगा। इसके अलावा, नई योजना के तहत सड़क निर्माण में आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, जिससे सड़क की गुणवत्ता बेहतर होगी और उसका रखरखाव भी आसान होगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस परियोजना को प्राथमिकता दी है और इसे जल्द से जल्द पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि नई योजना के तहत टेंडर प्रक्रिया को जल्द ही शुरू किया जाएगा और निर्माण कार्य को तय समय सीमा में पूरा किया जाएगा।
सड़क निर्माण की इस परियोजना के तहत न केवल फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा, बल्कि इसके साथ ही सड़क के किनारे वृक्षारोपण, फुटपाथ, और साइकिल ट्रैक जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। इसके अलावा, सड़क निर्माण के दौरान पर्यावरण संरक्षण के उपाय भी किए जाएंगे, जिससे निर्माण कार्य से होने वाले पर्यावरणीय प्रभाव को कम किया जा सके।